कोटा में चूने से बनी 50 हजार नकली पेन किलर टेबलेट पकड़ी

0
61

कोटा। औषधि नियंत्रण संगठन ने कोटा में कार्रवाई करते हुए करीब 50 हजार नकली टेबलेट बरामद की हैं। सहायक औषधि नियंत्रक प्रहलाद कुमार मीणा ने बताया कि ये नकली दवाई दर्द निवारक के रूप में कोटा के मार्केट में सप्लाई होने के लिए पहुंची थीं।

मीणा के अनुसार इन दवाओं में डाइक्लोफिनेक सोडियम और पेरासिटामोल होना था, लेकिन दोनों की मात्रा शून्य मिली है। ऐसे में यह पूरी तरह से चूने से बनी हुई नकली दवा थी। जिस मेडिकल स्टोर पर यह स्टॉक मिला है, वहां से बड़ी संख्या में दवा का बेचान भी हुआ है। जिसके सेवन से लोगों को नुकसान भी होने की आशंका है. जब्त दवाओं की कीमत एक लाख रुपए है।

औषधि नियंत्रण संगठन के सहायक औषधि नियंत्रक प्रहलाद कुमार मीणा ने बताया कि जयपुर मुख्यालय पर एक फर्म ने शिकायत दी थी कि उसके नाम और ब्रांड की हुबहू नकली दवा बनाकर बाजार में बेची जा रही है। जिसके बाद गत 9 मई को पूरे राजस्थान में अलर्ट जारी किया गया था। इस अलर्ट के बाद ही हमने कोटा में तहकीकात शुरू कर दी थी। साईं फार्मा नाम की फर्मों के जरिए इसे बेचने का मामला सामने आया था। इस नाम की कोटा में दो फर्में थीं। ऐसे में दोनों की जांच की गई. पहली फर्म पर किसी भी तरह का कोई गड़बड़झाला नहीं मिला है।

बीती 10 मई को ड्रग कंट्रोल ऑफिसर दिनेश कुमावत ने रंगपुर रोड स्थित साईं फार्मा पर छापामार कार्रवाई की थी। जहां से 47380 नकली दवा पार्थ डिक्लो प्लस टेबलेट जब्त की गई थी। जब टीम दूसरी फर्म पर पहुंची, वहां पर करीब 45380 गोलियां मिली थी, जिनकी कीमत 94,760 रुपए है। जहां से जांच के नमूने भी लिए गए थे।

इस जांच रिपोर्ट में यह दवा नकली निकली है। साईं फार्मा ने यह दवा जयपुर के वीकेआई एरिया में स्थित बी एंड बी फार्मा से खरीदी थी। ऐसे में वहां भी आगे जांच की है। साथ ही इस मामले में नकली औषधि की धाराओं में न्यायालय में कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जिसमें 7 से 20 साल की सजा का प्रावधान है।