उड़द एवं तुवर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा 31 मार्च 2025 तक बढ़ाई

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नई दिल्ली। उम्मीद के अनुरूप केन्द्र सरकार ने अब उड़द एवं तुवर के शुल्क मुक्त एवं नियंत्रण मुक्त आयात की समय सीमा को अगले एक साल के लिए बढ़ाने की घोषणा की है।

पहले 31 मार्च 2024 तक नियंत्रण मुक्त आयात की स्वीकृति दी गई थी जबकि अब 31 मार्च 2025 तक इसके आयात की अनुमति दी गई है। केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अधीनस्थ निकाय- विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा 28 दिसम्बर 2023 को इस आशय एक अधिसूचना जारी की गई।

इसमें कहा गया है कि आईटीसी एचएस कोड 0713 3110 के तहत आने वाले उड़द तथा एचएस कोड 07136000 के अंतर्गत आने वाले अरहर (तुवर) का आयात पहले से ही ‘मुक्त’ सूची में शामिल है।

पहले इसे 31.03.2024 तक मुक्त सूची में रखने की घोषणा हुई थी लेकिन अब 31.03.2025 तक उसमे बरकरार रखने का निर्णय लिया गया है। मालूम हो कि तुवर पर लगे 10 प्रतिशत के आयात शुल्क को बहुत पहले वापस लिया जा चुका है।

इससे पूर्व सरकार ने 22 दिसम्बर को मसूर के शुल्क मुक्त आयात की अवधि को एक साल बढ़ा दिया था। इस तरह अब 31 मार्च 2025 तक मसूर, तुवर एवं उड़द का निर्बाध आयात किया जा सकेगा और इस पर कोई शुल्क भी नहीं लगेगा।

सरकार के इस निर्णय की उम्मीद पहले से ही की जा रही थी क्योंकि अगले वर्ष अप्रैल-मई में लोकसभा के लिए आम चुनाव होना है। यदि इन दलहनों के शुल्क मुक्त एवं नियंत्रण मुक्त आयात की समय सीमा 31 मार्च 2023 तक सीमित रखी जाती तो उसके बाद कीमतों में तेजी का माहौल बनने की आशंका रहती।

वैसे भी तुवर एवं उड़द का घरेलू बाजार भाव लम्बे समय से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी ऊंचा चल रहा है जिससे सरकार काफी चिंतित और परेशान हैं। वह इसका दाम घटाने का हर संभव प्रयास कर रही है।

म्यांमार में जनवरी से तुवर एवं मार्च से उड़द की नई फसल की आवक शुरू होने वाली है। भारत में वहां से बड़े पैमाने पर इन दोनों दलहनों का आयात होता है। मार्च 2024 तक अफ्रीकी देशों में तुवर का स्टॉक बहुत घट जाता है और म्यांमार ही इसका एक मात्र प्रमुख आपूर्तिकर्ता रहता है। इस बार म्यांमार में तुवर एवं उड़द की फसल अच्छी बताई जा रही है।