इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में भू उपयोग परिवर्तन जरूरी, CM के नाम ज्ञापन

0
1878

कोटा। इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र अब शहर के मध्य आ चुका है। यहां पर कोचिंग सेन्टर, होटल, हॉस्टल, मॉल, मल्टीस्टोरी, बिल्डिंग, दुकानें, पेट्रोल पम्प, एवं आवासीय परिसर बन चुके हैं। साथ ही डकनिया रेलवे स्टेशन भी इसी क्षेत्र में आता है। इसलिए इस क्षेत्र में भू उपयोग परिवर्तन की इजाजत दी जाये।

यह जानकारी बुधवार को दी एस.एस.आई. एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविन्द राम मित्तल, एसोसियेशन के पूर्व अध्यक्ष एवं कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कलेक्टर गौरव गोयल को दी। इस मौके पर उन्होंने प्रतिनिधिमण्डल के साथ मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा, जिसमें इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में भू उपयोग परिवर्तन जरूरी बताया। 

उन्होंने बताया कि रीको के नियमों के हिसाब से यहां भू-परिवर्तन हो सकता हैं। वर्तमान में इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा कोटा स्टोन की यूनिट थी। जो मंदी के चलते बन्द हो चुकी हैं। भामाशाह मण्डी एवं ऑटोमोबाइल जोन भी इसी क्षेत्र में पूर्ण रूप से संचालित है। इन सबको देखते हुए इस क्षेत्र में भू-परिवर्तन की  इजाजत दी जाये। जिससे इस क्षेत्र का भी समुचित विकास हो सके ।

प्रतिनिधिमण्डल में दी  एसोसियेशन के अध्यक्ष बीएल गुप्ता, हाड़ौती कोटा स्टोन इंण्डस्ट्रीज एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव अचल पौदार चित्तौड़ प्रान्त के सचिव राजेन्द्र जैन एवं लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष विपिन सूद सहित कई उद्यमी मोजूद थे।

व्यापार महासंघ का कोटा बन्द को समर्थन
कोटा। समता आन्दोलन समिति एवं सर्व समाज के आव्हान पर 6 सितम्बर को भारत बन्द के तहत कोटा बन्द को कोटा व्यापार महासंघ ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है। महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने इस एक्ट को प्रधानमंत्री से तुरन्त वापस लेने की मांग की है।