नई दिल्ली। घरेलू उत्पादन उम्मीद से काफी कम होने, वैश्विक बाजार भाव ऊंचे स्तर पर होने तथा क्रशिंग- प्रोसेसिंग इकाइयों में जबरदस्त मांग बरकार रहने से आगामी महीनों में सोयाबीन का भाव उछलकर एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने की संभावना है। सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य पहले ही क्विंटल पर हो रहा है। कुछ उत्साही विश्लेषकों के मुताबिक अगर आगामी महीनों में सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य उछलकर 6000 रुपए तथा बीज क्वालिटी के सोयाबीन का भाव 6400 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच जाए तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी।
सोयाबीन की आवक पिछले दिन मध्य प्रदेश में 80 हजार बोरी, महाराष्ट्र में 70 हजार बोरी, राजस्थान में 10 हजार बोरी एवं अन्य राज्यों में भी 10 हजार बोरी सहित कुल मिलाकर 1.70 लाख बोरी की हुई। इसी तरह सरसों की आवक 3.75 लाख बोरी पर पहुंची जिसमें राजस्थान में 1.40 लाख बोरी, मध्य प्रदेश में 50 हजार, उत्तर प्रदेश में 70 हजार, गुजरात 60 हजार, हरियाणा में 5 हजार एवं अन्य राज्यों में 50 हजार बोरी की आवक शामिल थी।
ब्राजील तथा अर्जेन्टीना में नए माल की जोरदार आपूर्ति शुरू होने के बाद भी सोयाबीन के दाम में ज्यादा नरमी आना मुश्किल लगता है। जिस तरह से बाजार में तेजी का माहौल बनाया जा रहा है उससे बड़े-बड़े उत्पादकों एवं स्टाकिस्टों को अपना स्टॉक पकड़ कर रखने का अच्छा प्रोत्साहन मिल सकता है।
इससे मंडियों में सोयाबीन की आवक और भी घट सकती है। उधर तेल उद्योग में यह धारणा बनने लगी है कि चाहे ‘पड़ता’ निगेटिव ही क्यों न हो यदि मिलों को चालू रखना है तो किसी भी ऊंचे मूल्य पर सोयाबीन खरीदना आवश्यक होगा। विदेशों से 3-4 लाख टन सोयाबीन का आयात अनुबंध होने की खबर मिल रही है। कुल मिलाकर आगामी महीनों में सोयाबीन की आपूर्ति जटिल होने तथा कीमतों में अच्छी तेजी आने की संभावना दिखाई पड़ रही है।