कोटा। शहर में कोचिंग के लिए आए हरियाणा और आसाम के विद्यार्थी भी शुक्रवार को कोटा से रवाना हो गए। हरियाणा के लिए 31 बसों में 843 कोचिंग विद्यार्थी रवाना हुए। हरियाणा सरकार ने अलग-अलग जोन बनाकर बसों की व्यवस्था कराई। कोटा से फरीदाबाद, भिवानी, झझर, रेवाड़ी व अम्बाला के लिए बसें रवाना हुई। वहीं आसाम के लिए 18 बसों से 389 विद्यार्थी रवाना हुए।
स्लीपर कोच बसों में विद्यार्थी सोशल डिस्टेनसिंग रखते हुए रवाना किए गए। जाते समय विद्यार्थियों ने कहा, कोटा पढ़ाई के लिए बहुत बेहतर जगह है, लेकिन हमें महामारी के हालात में यह शहर छोडऩा पड़ रहा है। हरियाणा के दीपक सक्सेना ने कहा, लंबे समय घर जाने का इंतजार था, हमारी सरकार ने बात सुनी इससे घर जाना संभव हो पाया। वहीं कोटा में अध्ययनरत राजस्थान के विभिन्न जिलों के विद्यार्थियों को भी घर भिजवाने के लिए बसों का प्रबंध किया गया।
जिला कलक्टर ओम कसेरा ने बताया कि शुक्रवार को बीकानेर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, सिरोही, झुंझुनूं, चुरू, बांसवाड़ा, धौलपुर, पाली, नागौर, डूंगरपुर, सीकर, अलवर, भरतपुर, करौली, राजसमंद, जयपुर, दौसा, प्रतापगढ़ और उदयपुर के विद्यार्थियों के लिए बसों का इंतजाम किया गया। इसी तरह 25 अप्रेल को सुबह 10 बजे सवाई माधोपुर, टोंक, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़ और अजमेर के लिए बसें रवाना होगी। कोटा से अब तक करीब 18 हजार विद्यार्थी अपने घर जा चुके हैं। बिहार के विद्यार्थियों को वहां सरकार की अनुमति का इंतजार है।