कोटा। शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाके चन्द्रघटा में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मंगलवार को कर्फ्यू लगा होने के बावजूद घर-घर सर्वे में जुटी आशा सहयोगिनियों पर अभद्र व्यवहार करने का मामला सामने आया है। कुछ लोगों ने उन पर थूका तो कुछ ने पानी फेंका। आशा सहयोगिनियों ने पुलिस व प्रशासन को सूचना दी।
सूचना पर पुलिस की गश्त बढ़ाई और टीमों के साथ पुलिसकर्मी लगाए गए। उसके बाद सर्वे का कार्य चला। इस कारण देर शाम तक इलाके में सर्वे चल रहा था। आशा सहयोगिनियों ने आरोप लगाया है कि चन्द्रघटा की गली में सर्वे करने के दौरान एक बुजुर्ग महिला ने उनके साथ अभद्रता की। एक महिला आशा सहयोगिनी पर थूक दिया।
सभी आशा सहयोगिनी मकबरा थाने के बाहर एकत्रित हो गई। आशा सहयोगिनी अर्चना शर्मा व बबीता बादवानी ने इस मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना की गई। उसके बाद पुलिस पहुंची और सीएमएचओ पहुंचे। उसके बाद सर्वे कार्य दोबारा से शुरू हो सका।
सीएमएचओ डॉ. बी.एस. तंवर ने बताया कि वे सर्वे का निरीक्षण करने गए थे। वहां पता चला कि कुछ आशा सहयोगिनी काम छोड़कर चली गई। डिप्टी सीएमएचओ व अन्य सदस्यों से बात की तो पता चला कि कुछ लोगों की अभद्रता के कारण काम छोड़कर चली गई। पुलिस की मदद लेकर दोबारा सर्वे का कार्य शुरू करवाया। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे सर्वे में चिकित्सा विभाग की मदद करें। वे आपके बचाव के लिए ही कार्य कर रहे हैं।
पहले भी हो चुकी घटनाएं : स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ अभ्रदता की घटना इससे पहले प्रेमनगर में भी हुई। लगातार ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं। भीमगंजमंडी क्षेत्र में भी सर्वे के दौरान ऐसी घटना की शिकायत सामने आई थी।
कार्रवाई होगी
आशा सहयोगिनी की शिकायत पर की जांच क्षेत्रीय पुलिस उप अधीक्षक कर रहे हैं। मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। हैंड सैनिटाइजर वितरण करने वालों से अभद्रता करने के मामले में दो जनों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं आशा सहयोगिनी वाले मामले में जांच चल रही है।
गौरव यादव, पुलिस अधीक्षक, कोटा