मुकेश भाटिया
कोटा। इस सीजन में काली मिर्च का कुल उत्पादन 65,000 टन रहने की उम्मीद है। वही उम्मीद की जा रही है की जल्द ही नयी फसल बाजार में आ जाएगी जिससे कीमतों पर दबाव बन सकता है। यही वजह है किपिछले कुछ दिनों में काली मिर्च की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है।
दरअसल कोच्चि में काली मिर्च बाजार में बढ़ी हुई आवक से कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है । सप्ताहांत में बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते आवक 32 टन की देखने को मिली और भाव 318 रुपये प्रति किलो की औसत कीमत पर बोले गए । वही एमजी 1 गार्बर्ड किस्मों का मूल्य 338 रुपये था जबकि नई मिर्च 308 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
मसाला कारोबारियों का कहना है की जिन व्यापारियों ने किसानों से सीधे माल खरीदने के बाद स्टॉक किया था वो अब बाजार में माल निकाल रहे है जिसके चलते पिछले दो दिनों में बाजार में बेहतर आवक देखने को मिल रही है जिससे कीमतें प्रभावित हुई है। बुधवार को प्रस्तावित मात्रा 42 टन थी।
वही बाजार अब स्थिर हो रहा है क्योंकि एंड-यूजर्स और इंडस्ट्री की मांग बढ़ने लगी है।
हालांकि,बाजार में किसानों और डीलरों का विचार था कि गुणवत्ता के मुद्दों पर कुल टन भार में कुछ गिरावट हो सकती है। यह फसल के थोक घनत्व को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि