नई दिल्ली। संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET-UG) की शुरुआत शुक्रवार से हो रही है। प्रवेश परीक्षा का आयोजन देश-विदेश के 510 से अधिक शहरों में बनाए गए केंद्रों पर होगा। इसके जरिये 44 केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत 86 विश्वविद्यालय में स्नातक के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला मिलेगा। सीयूईटी के लिए लगभग 14.9 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है।
प्रवेश के पैटर्न को बदल देगी यह परीक्षा: यह परीक्षा स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के पैटर्न को बदल देगी, खासकर दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे लोकप्रिय विश्वविद्यालयों में जहां 12वीं के अंक के आधार पर अब तक प्रवेश मिलता रहा है। यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा, ‘सीयूईटी (यूजी)-2022 परीक्षा में लगभग 14.90 लाख अभ्यर्थी शामिल हैं, जिसमें पहले ‘स्लाट’ में लगभग 8.1 लाख अभ्यर्थी और दूसरे में 6.80 लाख अभ्यर्थी हैं। ‘
यह परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी। पहला चरण जुलाई में और दूसरा अगस्त में होगा। जिन अभ्यर्थियों ने भौतिकी, रसायन विज्ञान या जीव विज्ञान का विकल्प चुना है, उन्हें सीयूईटी परीक्षा के चरण दो के लिए निर्धारित किया गया है। कुमार ने कहा, ‘परीक्षा 15 जुलाई से 20 अगस्त तक पूरे भारत में 500 से अधिक शहरों और विदेशों में 10 शहरों में स्थित परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी।’
कुल 86 विश्वविद्यालय शामिल
केंद्रीय विश्वविद्यालय- 44
राज्य विश्वविद्यालय – 12
डीम्ड विश्वविद्यालय -11
निजी विश्वविद्यालय- 19
‘पर्सेंटाइल’ फार्मेट में होगा एनटीए स्कोर: यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने परीक्षा केंद्र को लेकर अभ्यर्थियों की चिंताओं को भी दूर करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘कुछ अभ्यर्थियों ने केंद्र बदलने का अनुरोध किया है। ऐसे अनुरोधों पर एनटीए द्वारा विचार किया जा रहा है और अभ्यर्थियों को इसके बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। ‘स्कोर’ के प्रारूप के बारे में कुमार ने कहा कि यह एनटीए स्कोर होगा जो ‘पर्सेंटाइल’ प्रारूप में होगा।