नयी दिल्ली। सरकार ने बुधवार को पेराई किये जाने वाले नारियल टुकड़ों (मिलिंग खोपरा) के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 255 रुपये प्रति क्विन्टल और गरी (गोला) नारियल (बॉल खोपरा) के एमएसपी में 400 रुपये प्रति क्पिन्टल की वृद्धि करने का फैसला किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने वर्ष 2022 सत्र के लिए नारियल गोला-गरी के न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दे दी है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘उचि औसत गुणवत्ता (एफएक्यू) के पेराई वाले नारियल टुकड़ों (मिलिंग खोपरा) का एमएसपी 2022 सत्र के लिए 10,590 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है जो वर्ष 2021 में 10,335 रुपये प्रति क्विंटल था। इसी प्रकार गरी-गोला नारियल का एमएसपी वर्ष 2022 के लिए बढ़ाकर 11,000 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है जो वर्ष 2021 में 10,600 रुपये प्रति क्विंटल था।’’
एमएसपी में यह वृद्धि, उत्पादन की अखिल भारतीय भारांश औसत लागत पर खोपरा मिलिंग के लिए 51.85 प्रतिशत और बॉल खोपरा के लिए 57.73 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित करती है। बयान में कहा गया है, ‘‘वर्ष 2022 सत्र के लिए खोपरा के एमएसपी में वृद्धि, उत्पादन के अखिल भारतीय भारांश औसत लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर तय करने के सिद्धांत के अनुरूप है…।’’
बयान के अनुसार, यह निर्णय कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों पर आधारित है। यह वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में महत्वपूर्ण और प्रगतिशील कदमों में से एक है, जो लाभ के रूप में न्यूनतम 50 प्रतिशत लाभ का आश्वासन देता है।
इसमें कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड नारियल उगाने वाले राज्यों में एमएसपी पर समर्थन मूल्य का संचालन करने के लिए केंद्रीय नोडल एजेंसियों के रूप में कार्य करते रहेंगे।