नयी दिल्ली। देश में रबी की फसलों की बुवाई शुरू हो गई है। किसानों ने इस रबी सत्र में अब तक 34,000 हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई की है। कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
गेहूँ सर्दी या रबी की मुख्य फसल है। चावल और दालें, जैसे चना, उड़द, मूंग के साथ-साथ तिलहन जैसे मूंगफली और सूरजमुखी, इस मौसम में उगाई जाने वाली अन्य रबी फसलें हैं। इस बार भाव ज्यादा होने से तिलहनी फसलें सरसों और मूंगफली आदि का रकबा बढ़ने की उम्मीद है।
मंत्रालय की ओर से जारी बुवाई के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021-22 के रबी सत्र में अब तक 34,000 हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 35,000 हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हुई थी।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर में गेहूं की बुवाई शुरू हो गई है, लेकिन पंजाब और हरियाणा जैसे मुख्य उत्पादक राज्यों में अभी तक इसकी शुरुआत नहीं हुई है क्योंकि खरीफ फसलों की कटाई अभी भी चल रही है।
आंकड़ों से पता चलता है कि गेहूं ही नहीं, धान, दलहन और मोटे अनाज की बुवाई का रकबा एक साल पहले की अवधि की तुलना में इस रबी सत्र में अब तक कम रहा है। हालांकि, अब तक तिलहन का रकबा एक साल पहले की अवधि की तुलना में अधिक बताया गया है।
इस रबी सत्र में अब तक 3.71 लाख हेक्टेयर में धान बोया गया है, जबकि एक साल पहले की अवधि में 4.34 लाख हेक्टेयर में धान बुवाई हुई थी। जबकि उक्त अवधि में मोटे अनाज की बुवाई पहले के 5.24 लाख हेक्टेयर के मुकाबले अभी 4.20 लाख हेक्टेयर में हुई है।
रबी सत्र 2021-22 में अब तक 9.70 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुवाई की गई है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह रकबा 12.58 लाख हेक्टेयर था।
इस रबी सत्र में अब तक 25.33 लाख हेक्टेयर में तिलहन बोया गया है, जो रकबा एक साल पहले की अवधि में 20.01 लाख हेक्टेयर से अधिक था।
इस रबी सत्र में अब तक कुल रबी फसल 43.29 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह रकबा 42.52 लाख हेक्टेयर था।