कोटा। ‘मर्दानी 2’ के लेखक-निर्देशक गोपी पुथ्रण ने कोटा विवाद पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि शहर के नाम का इस्तेमाल उन्होंने फिल्म की सेटिंग के तौर पर किया है। इसकी छवि खराब करने का उनका कोई इरादा नहीं।
LEN DEN NEWS से बात करते हुए वे कहते हैं कि 13 दिसंबर को रिलीज होने जा रही इस फिल्म के ट्रेलर में कहा गया कि फिल्म की कहानी सत्यघटित घटना पर आधारित है, इसलिए कोटा के निवासियों को लगा कि शहर की छवि धूमिल की जा रही है। उनकी भावनाओं का ख्याल रखते हुए यश राज फिल्म्स ने ये शब्द (सत्य घटनाओं से प्रेरित) फिल्म से हटाने का फैसला लिया है।
फिल्म बलात्कार जैसे बड़े सामाजिक मुद्दे और भारत में किशोरों द्वारा किए गए जघन्य अपराधों पर आधारित है। इस तरह की खौफनाक वारदातें किसी को भी गहराई से कचोटती हैं। एक लेखक के तौर पर मैं इस मुद्दे को उठाने के साथ उस भयानक वास्तविकता को सामने लाना चाहता हूं, जिसका सामना आज भारत और यहां का युवा कर रहा है।
पिछले चार वर्षों में हमारे देश में हुई इन अनगिनत घटनाओं से मैं व्यथित था और उन अपराधों की जटिल प्रकृति ने मुझे हैरान और परेशान कर दिया। इनके बारे में पढ़ने के बाद एक इंसान के तौर पर मुझे काफी डर महसूस हुआ। क्योंकि यह मेरे परिवार या मेरे जानने वाले लोगों के साथ भी हो सकता है।
मैं अपनी ओर से कुछ ऐसा करना चाहता था, जिसके जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को इन बेनाम, अनजान युवा और अंडरएज लड़कों द्वारा अंजाम दिए जाने वाली जघन्य वारदातों के प्रति जागरूक किया जा सके। ‘मर्दानी 2’ देश को हिलाकर रख देने वाली ऐसी ही तमाम घटनाओं से प्रेरित है। सभी प्रेरणाओं के बावजूद अंततः ‘मर्दानी 2’ एक फिल्म है, कोई डॉक्यूमेंट्री नहीं और इसे उसी रूप में देखा जाना चाहिए।
जहां तक कोटा की बात है तो हमारे द्वारा इसका उपयोग केवल इस फिल्म की सेटिंग के तौर पर किया गया है। हम किसी भी तरह से यह बताने का प्रयास नहीं कर रहे हैं कि ऐसी घटनाएं या वारदातें कोटा में होती हैं। फिल्म के जरिए शहर की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का हमारा कोई इरादा नहीं है। अगर इससे शहर के निवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है या उन्हें किसी तरह की परेशानी हुई है तो हमें इसका बेहद अफसोस है।
चूंकि ट्रेलर में कहा गया है कि यह फिल्म सत्य घटनाओं से प्रेरित है और हमारी फिल्म कोटा पर आधारित है, ऐसे में इसे लेकर होने वाली गलतफहमी को हम महसूस कर सकते हैं। ऐसे में लोगों की भावनाओं को देखते हुए वाईआरएफ (यश राज फिल्म्स) ने फिल्म से ‘इंस्पायर्ड बाय ट्रू इवेंट्स’ (सत्य घटनाओं से प्रेरित) शब्दों को हटाने का फैसला किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी के लिए भी कोई गलत अवधारणा न बने।
हमने ‘मर्दानी 2’ की ज्यादातर शूटिंग कोटा में की थी और हमें शहर के लोगों और सभी अधिकारियों से प्रेम और सह्रदयता के साथ काफी सहयोग मिला। ऐसे में वाईआरएफ की यह पहल कोटा और यहां के अद्भुत लोगों के प्रति सम्मान का प्रतीक है।