नई दिल्ली । केंद्र सरकार राशन की दुकानों और मिड डे मील जैसी योजनाओं में ज्वार, बाजरा और रागी जैसे छोटे दाने वाले अनाज भी वितरित करने की तैयारी कर रही है। कृषि सचिव एस. के. पटनायक ने सोमवार को यह जानकारी दी। सरकार पोषक अनाज के रूप में इनकी ब्रांडिंग और देश भर में इनके प्रसार की तैयारी भी कर रही है।
एक कार्यक्रम के दौरान पटनायक ने कहा, ‘नीति आयोग ने इन अनाजों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में शामिल करने का सुझाव दिया है। अन्य अनाजों की तुलना में इनमें पोषक तत्व ज्यादा होते हैं। रागी में कैल्शियम की प्रचुर मात्र होती है। इसीलिए सरकार पोषक अनाज के रूप में इनकी ब्रांडिंग करने की तैयारी में है।
अभी इन अनाजों की उपज बहुत कम है। उत्पाद बढ़ाने के लिए हमें ज्यादा पैदावार वाली किस्मों की जरूरत है। भंडारण और उत्पादन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने की जरूरत है।’ पटनायक ने कहा कि इन अनाजों के क्षेत्र में शोध व अनुसंधान की जरूरत है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ज्यादा पैदावार वाली वैरायटी विकसित करने पर काम कर रहा है। जल्द ही इसके नतीजे दिख सकते हैं। इन अनाजों को ज्यादा समय तक सुरक्षित रखने के लिए भंडारण से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करने पर भी काम हो रहा है।
इन अनाजों के बेहतर उत्पादन और मार्केटिंग के लिए राज्यों को भी किसान उत्पादन संगठन (एफपीओ) स्थापित करने और कृषि आय बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए। कृषि सचिव ने बताया कि ज्वार व बाजरा जैसे अनाजों के लिए मैकेनिकल हार्वेस्टर विकसित करने पर भी काम हो रहा है।