नई दिल्ली । चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था के छह फीसद होने की संभावना है। यह बढ़त व्यापार, ट्रांसपोर्ट और दूरसंचार क्षेत्र में आई तेजी के चलते देखने को मिल सकती है। यह जानकारी एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में सामने आई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 5.7 फीसद की दर से बढ़ी थी, हमें उम्मीद है कि दूसरी तिमाही में इस बढ़त के साथ जीडीपी 6 से 6.5 फीसद के बीच रह सकती है।
सितंबर महीने के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) के आंकड़ें पांच फीसद के स्तर पर रह सकते हैं। त्यौहारी सीजन के दौरान स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड की ओर से पावर की अच्छी खरीद के चलते माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर आईआईपी के अच्छे नंबरों का समर्थन कर सकते हैं।
साथ ही इसके प्रमुख सूचकांक जैसे कि विदेशी पर्यटक की आवाजाही, अंतरराष्ट्रीय यात्री और एयर फ्रेट ट्रैफिक, रेलवे ट्रैफिक और टेलिफोन सब्सक्राइबर्स ने हाल ही के महीनों में अच्छी तेजी दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में उपभोग क्षेत्र में निवेश अवसर बढ़ रहे हैं। हालांकि, कृषि क्षेत्र में विकास दर की रफ्तार एक चिंता का विषय है। मानसून के शुरुआती तीन महीनों में निराशाजनक ग्रोथ देखने को मिली है।
ऐसा इसलिए क्योंकि खाद्यान्न उत्पादन राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश में बारिश में भारी कमी देखने को मिली है।