कोटा। डिस्कॉम के दो कर्मचारियों ने उपभोक्ताओं के बिजली बिल के करीब 2 करोड़ रुपए का गबन कर लिया। दोनों कर्मियों ने बिल की राशि सरकारी खाते में जमा करवाने की बजाय अपने पास ही रख ली। विभाग की ऑडिट में इसका खुलासा होने पर दोनों पर कार्रवाई की गई है। वहीं, विभाग ने 2 करोड़ के गबन की भरपाई करने के लिए उपभोक्ताओं के बिल बढ़ाकर भेजने शुरू कर दिए हैं।
हालांकि जोनल चीफ इंजीनियर क्षेमराज मीणा का कहना है कि उपभोक्ताओं से बिल जमा करने का शपथपत्र लिया जा रहा है, जो कर्मियों के खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।जानकारी के अनुसार विभाग ने बारां जिले के अंता की वर्ष 2011 से 2015 तक की वित्तीय ऑडिट करवाई थी।
इसमें पाया गया कि कैशियर मोहम्मद इमरान तथा सहायक राजस्व अधिकारी योगेश शर्मा ने उपभोक्ताओं से बिलों की राशि तो ली, उन्हें इसकी रसीद भी दी, लेकिन विभागीय खाते में ये राशि जमा नहीं की। दोनों ने डुप्लीकेट रसीद में हेरफेर करके राशि कम दर्शा दी। करीब 7 हजार उपभोक्ताओं के दो करोड़ का गबन कर लिया।
एक कर्मचारी एपीओ, दूसरा जेल में: जोनल चीफ इंजीनियर क्षेमराज मीणा ने बताया कि ऑडिट में दोनों कर्मचारियों को गबन का दोषी पाया गया। उनके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। सहायक राजस्व अधिकारी एपीओ है, जबकि कैशियर हवालात में है।