जयपुर। Rajasthan BJP Politics राजस्थान बीजेपी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की नई टीम को लेकर सियासी हलकों में चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। सूत्रों की मानें तो राठौड़ नए सिरे से अपनी टीम तैयार करेंगे। इसको लेकर तैयारी भी शुरू हो गई। केंद्रीय नेतृत्व से इसको लेकर अनुमति भी ले ली गई है।
माना जा रहा है कि विधानसभा के उपचुनाव में पार्टी नई टीम और नई ऊर्जा के साथ मैदान में उतरेगी। माना यह भी जा रहा है कि नई टीम में वसुंधरा राजे की छाप दिखाई दे सकती है। मतलब राजे समर्थकों को कार्यकारिणी में जगह मिल सकती है।
बता दें लोकसभा में खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को हटाकर मदन राठौड़ को कमान सौंपी है। सूबे के दिग्गज नेताओं से इतर से बेहद सामान्य कार्यकर्ता और ओबीसी चेहरे मदन राठौड़ को राजस्थान बीजेपी की कमान सौंपी है।
राठौड़ की ताजपोशी भी भव्य तरीके से की गई और ये दिखाया गया कि पार्टी एकजुट है। पिछले कुछ सालों से खेमों में बटी बीजेपी राठौड़ के पदभार ग्रहण समोरह में एक मंच पर दिखी। मंच से जिस तरह से वसुंधरा राजे ने पद, कद औऱ मद का जिक्र किया है। उससे साफ जाहिर है कि राजे का मदन राठौड़ के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ अध्यक्ष पद संभालने के बाद वापस दिल्ली चले गए। दिल्ली में राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल होने के साथ ही बुधवार शाम को मदन राठौड़ ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंत्री जेपी नड्डा से नई दिल्ली में मुलाकात की। नड्डा और राठौड़ की इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा है कि राठौड़ ने जेपी नड्डा से राजस्थान में पाली, जालौर, जैसलमेर सहित ओलावृष्टि वाले जिलों को लेकर भी विस्तृत चर्चा की। इसके साथ ही आगामी दिनों में संगठन की कार्ययोजना को लेकर भी चर्चा की।
सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से प्रदेश के बदले सिनेरियो के बाद नए सिरे से संगठन बनाने को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई है। राठौड़ को केंद्रीय नेतृत्व से अपनी नई टीम बनाने की हरी झंडी मिल गई है।
बताया जा रहा है कि राठौड़ न केवल प्रदेश संगठन में बल्कि मोर्चों में बदलाव कर सकते हैं, ताकि नए सिरे से टीम बनाई जा सके। माना जा रहा है कि मदन राठौड़ की टीम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और सतीश पूनिया के समर्थकों को जगह नहीं मिलेगी। माना यह भी जा रहा है कि नई टीम में पुरानी टीम के कुछ सदस्यों का प्रमोशन हो सकता है।