नई दिल्ली। Farmers Protest: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी, ऋण माफी और अन्य मांगों को लेकर ‘दिल्ली कूच’ आंदोलन को किसानों ने रविवार तक रोकने का फैसला लिया है। उसी दिन केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के साथ किसान नेताओं की चौथे दौर की वार्ता होगी। अभी तक तीन दौर की बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला है।
अपनी मांगों को मनवाने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बुलाए गए भारत बंद के कारण शुक्रवार को पंजाब में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि ज्यादातर यात्री वाहन सड़कों पर नहीं उतरे। वाम समर्थित अखिल भारतीय किसान सभा ने अपने बयान में दावा किया कि भारत बंद और गांव बंद को लेकर समाज के सभी वर्गों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।
कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने पत्रकारों से कहा कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत सकारात्मक रही। हमें उम्मीद है कि शीघ्र ही मिलकर कोई शांतिपूर्ण हल निकाल लेंगे। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि किसानों ने अपना मार्च फिलहाल स्थगित कर दिया है।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत जारी है और मामले का शीघ्र हल निकाल लिया जाएगा। इस बीच, भारत बंद के कारण शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा के कई क्षेत्रों में बाजार बंद रहे। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने किसानों की मांगों के समर्थन में बुलाए गए बंद में मुजफ्फरनगर में हिस्सा लिया। बीकेयू (राजेवाल), बीकेयू (दकुंडा), बीकेयू (लाखोवाल), बीकेयू (कादियान) और कीर्ति किसान यूनियन सहित कई किसान संगठनों ने बंद में हिस्सा लिया।
कांग्रेस ने प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ पुलिस के कथित बल प्रयोग की निंदा करते हुए शुक्रवार को कहा कि सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने समेत किसानों की सभी मांगें स्वीकार करनी चाहिए।