नई दिल्ली। लंबे इंतजार के बाद अब आखिरकार WhatsApp में डार्क मोड की एंट्री हो गई है। कुछ यूजर्स ने इसे यूज करना भी शुरू कर दिया है। डार्क मोड यूजर्स को काफी पसंद आ रहा है क्योंकि इससे चैटिंग के दौरान उनकी आंखें को दिक्कत नहीं होती। पहले ब्राइट ग्रीन और वाइट बैकग्राउंड के कारण लंबी चैटिंग के दौरान यूजर्स की आंखों में दर्द होने लगता था। कंपनी ने डार्क मोड के साथ इसी समस्या को दूर करने की कोशिश की है। डार्क मोड का एक और फायदा है कि इसमें फोन की बैटरी कम खर्च होती है।
पूरा ब्लैक नहीं है डार्क मोड
नए डार्क मोड के बारे में कुछ यूजर्स का कहना है कि यह उतना डार्क नहीं है जितने की उम्मीद थी। टेक रेडार की एक रिपोर्ट के अनुसार वॉट्सऐप का मेन बैकग्राउंड ब्लैक होने की बजाय डार्क ग्रीनिश ग्रे थीम का है। कुछ स्मार्टफोन्स के लिए यह सही है, लेकिन AMOLED स्क्रीन वाले स्मार्टफोन्स में यह ब्लैक होना चाहिए था क्योंकि AMOLED डिस्प्ले में स्क्रीन के पूरा ब्लैक होने पर पिक्सल स्विच ऑफ हो जाते हैं और यह फोन की बैटरी को ड्रेन नहीं होने देते।
मनपसंद वॉलपेपर नहीं कर पाएंगे सेट
पूरी तरह ब्लैक बैकग्राउंड का मतलब यह भी है कि आप वॉट्सऐप चैट में अपना मनपसंद वॉलपेपर नहीं सेट कर पाएंगे। हालांकि, डार्क मोड का मजा लेने के लिए आपको इसके साथ थोड़ा अजस्ट करना होगा। अगर आप ऐप के वॉलपेपर सेटिंग में जाकर डार्क सॉलिड चुनते हैं, तो वह भी आपको पूरी तरह ब्लैक नहीं मिलेगा। ऐसे में अगर आपको पूरा ब्लैक बैकग्राउंड चाहिए तो आपको ब्लैक इमेज क्रिएट कर उसे वॉलपेपर के तौर पर सेट करना होगा। कुछ यूजर्स को यह थोड़ा बोरिंग काम भी लग सकता है।
वाइट है टेक्स्ट
टेक्स्ट की बात करें तो यह वाइट है, जिसके कारण आंखों को परेशानी होती है। यह थोड़ा ग्रे थीम में होता तो और बेहतर रहता। वाइट टेक्सट से फिलहाल स्क्रीन की ब्राइटनेस और कॉन्ट्रास्ट को कम करके निपटा जा सकता है। लाइट मोड में स्पीच बबल आसानी से देखे जा सकते हैं जिससे की चैटिंग में सहूलियत होती है।
पहले से ब्राइट इमोजी
इमोजी की जहां तक बात है तो यह आपको ब्राइट येलो कलर में जनर आएंगे। बेहतर होता कि वॉट्सऐप ने इन्हें भी डार्क मोड के हिसाब से उपलब्ध कराया होता। बता दें कि वॉट्सऐप का यह डार्क मोड अभी केवल बीटा टेस्टिंग के लिए मिल रहा है। ऐसे में अभी इसमें जो भी फीचर दिए गए हैं उनमें सुधार होने की पूरी संभावना है। कंपनी इसकी अच्छी तरह बीटा टेस्टिंग के बाद ही ग्लोबल यूजर्स के लिए स्टेबल वर्जन रोलआउट करेगी।