Stock Market: सेंसेक्स 610 लुढ़ककर 85102 पर बंद, निफ्टी 26 हजार से नीचे

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नई दिल्ली। Stock Market Closed : सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। विदेशी बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों के साथ-साथ मार्केट पर दबाव और कुछ सेक्टर्स में जोरदार बिकवाली ने इंडेक्स को लाल निशान में धकेल दिया।

हफ्ते के पहले दिन सेंसेक्स 609.68 अंक लुढ़ककर 85,102.69 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 में 225.90 अंकों की गिरावट आई और ये 25,960.55 पर ठहर गया। कुल मिलाकर निफ्टी में 0.86 फीसदी की कमी दर्ज हुई। बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स को तो और ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा।

आज दिन की शुरुआत ही उतार-चढ़ाव वाली रही, लेकिन आखिरी कुछ घंटो में बिकवाली और तेज हो गई। इस मुख्य वजह रही विदेशी बाजारों का नेगेटिव रुख। यूरोपीय इंडेक्स अच्छी-खासी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि अमेरिकी फ्यूचर्स में मिला-जुला रुझान देखने को मिला था। डॉव फ्यूचर्स 9 अंक नीचे थे, जबकि नैस्डैक फ्यूचर्स थोड़े पॉजिटिव दिख रहे थे।

इसके अलावा कच्चा तेल 64 डॉलर प्रति बैरल से नीचे चला गया, जो ग्लोबल डिमांड की चिंता जता रहा था। रुपया भी 19 पैसे कमजोर होकर और यह भी दबाव डाल गया। एक्सपर्ट का कहना है कि डेरिवेटिव्स में आक्रामक कॉल राइटिंग और लॉन्ग पोजीशंस कम होने से भी इंट्राडे गिरावट तेज हुई।

लगभग सभी बड़े सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। सबसे ज्यादा मार निफ्टी रियल्टी को पड़ी, जो 3.53 फीसदी गिर गया। उसके बाद निफ्टी PSU बैंक 2.81 फीसदी और निफ्टी मीडिया 2.73 फीसदी नीचे रहे। निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स भी 2 से 2.7 फीसदी तक लुढ़के।

मेटल, फार्मा, FMCG और ऑटो सेक्टर्स में भी अच्छी-खासी बिकवाली दिखी। सिर्फ निफ्टी IT थोड़ा मजबूत रहा, सिर्फ 0.29 फीसदी नीचे बंद हुआ। इसमें टेक महिंद्रा जैसे शेयरों ने कुछ सहारा दिया।

बाजार में ज्यादातर बड़े शेयरों पर दबाव रहा। निफ्टी 50 में टेक महिंद्रा टॉप गेनर बना, जो 1.32 फीसदी चढ़ा। TCS और HCL टेक जैसे IT शेयरों में गिरावट बहुत कम रही, बाकियों के मुकाबले ये मजबूत दिखे।

लेकिन लूजर्स की लिस्ट लंबी थी। BEL सबसे ज्यादा 4.88 फीसदी गिरा। ट्रेंट, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स, SBI, पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे दिग्गज 1.5 से 2.5 फीसदी तक नीचे आए। बैंकिंग, ऑटो, कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर सेक्टर्स में बिकवाली सबसे ज्यादा रही।

इस गिरावट का कारण
मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक, वैश्विक संकेतों में मिला-जुला रुझान, रुपये की लगातार कमजोरी और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली मुख्य रूप से आज गिरावट का कारण बनी। ये सभी कारक निवेशकों की जोखिम लेने की इच्छा को कमजोर कर रहे थे।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि हाल ही में RBI द्वारा की गई दर में कटौती मध्यम अवधि के आर्थिक विकास को समर्थन दे सकती है, लेकिन फिलहाल बाजार का मूड सतर्क है। निवेशक और ट्रेडर नई दिशा में बड़ी पोजीशन लेने से बच रहे हैं और वे तब तक इंतजार कर रहे हैं जब तक कि स्पष्ट संकेत न मिलें।