Stock Market: शेयर बाजार में बिकवाली से सेंसेक्स 148 अंक टूटकर 83311 बंद

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नई दिल्ली। Stock Market Closed: उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को लगातार दूसरे सत्र में गिरावट लेकर बंद हुए। बाजार में गिरावट की वजह मीडिया, मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयरों में बिकवाली रही।

30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 57 अंक की बढ़त लेकर खुला। हालांकि यह अपनी बढ़त को बनाए रखने में कामयाब नहीं रहा। कारोबार के दौरान यह इंडेक्स 148.14 अंक 0.18 फीसदी की गिरावट लेकर 83,311 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स ने दिन के दौरान 83,846.35 के हाई और 83,237.65 के लो रेंज में कारोबार किया।

इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 भी 45.30 की बढ़त लेकर खुला। कारोबार के दौरान यह इंडेक्स 87.95 अंक यानी 0.34 फीसदी टूटकर 25,509.70 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के टॉप गेनर्स और लूजर्स
पावर ग्रिड, ईटरनल, बीईएल, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक सबसे ज्यादा नुकसान झेलने वाले शेयरों में शामिल रहे, जबकि एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और टीसीएस प्रमुख बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों में रहे।

व्यापर बजारों में भी प्रमुख शेयरों के साथ गिरावट का रुख देखने को मिला। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.95 फीसदी गिरकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 1.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

मीडिया, मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयरों में बिकवाली
सेक्टरवार प्रदर्शन की बात करें तो निफ्टी मीडिया 2.54 फीसदी की गिरावट के साथ सबसे कमजोर सेक्टर रहा। इसके बाद मेटल सेक्टर में 2.07 फीसदी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.98 फीसदी की गिरावट आई। निफ्टी आईटी और ऑटो ही ऐसे दो सेक्टर रहे जो हरे निशान में बंद हुए — क्रमशः 0.18 फीसदी और 0.06 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ।

बाजार में क्यों आई गिरावट
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर बना रहा, जहां एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बावजूद FPI की लगातार बिकवाली के चलते व्यापक स्तर पर मुनाफावसूली देखने को मिली।”

उन्होंने आगे कहा कि एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में चार भारतीय कंपनियों के शामिल होने और मजबूत अमेरिकी मैक्रो आंकड़ों से जो शुरुआती तेजी आई थी, वह कमजोर घरेलू पीएमआई रीडिंग्स से दब गई, जो बाजार की धारणा में नरमी को दर्शाती है। अधिकांश सेक्टरों में गिरावट रही, हालांकि आईटी शेयर मजबूत बने रहे, जिन्हें उम्मीद के अनुरूप नतीजों और अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों में सुधार से समर्थन मिला।