कोटा। शहर सरकार यानी नगर निगम का बोर्ड 25 नवम्बर तक रहेगा। 26 नवम्बर को प्रशासन निगम की कमान संभाल लेगा। हालांकि अभी तक सरकार की ओर से इस बारे में स्पष्ट निर्देश नहीं आए हैं कि प्रशासक कौन होगा। हालांकि जिला कलक्टर को ही प्रशासक नियुक्त किए जाने की चर्चा है। निगम के इतिहास में पहली बार प्रशासक लगेगा।
नगर निगम का गठन होने के बाद से बोर्ड का कार्यकाल पूरा होने से पहले अब तक समयबद्धता से चुनाव होते आ रहे हैं, इस कारण प्रशासक लगाने की नौबत नहीं आई। निगम के मौजूदा बोर्ड का कार्यकाल 25 नवम्बर को पूरा हो जाएगा। राज्य सरकार ने इस बार निगम के चुनाव टाल दिए हैं। अब एक निगम की जगह दो नगर निगम होंगे।
दोनों निगमों के हिसाब से वार्डों का पुर्नगठन किया जाएगा। इसके बाद चुनाव करवाने की संभावना है। जब तक नया बोर्ड नहीं बनेगा, तब तक प्रशासक लगाया जाएगा। जानकारों का कहना है कि निगम में जनता के प्रतिनिधि नहीं होने से आम जनता की परेशानी बढ़ेगी, क्योंकि वार्ड की जनता का सीधा संवाद पार्षद से होता है। इस कारण बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने के बाद जनता की परेशानियां बढ़ेंगी।