कोटा-बूंदी क्षेत्र में बनेंगी 250 करोड़ की सड़कें और उच्च स्तरीय पुल

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कोटा। बहुप्रतिक्षित रामगंजमंडी-सुकेत रोड और शहनावदा (इटावा क्षेत्र) में पीपल्दा खाड़ी पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य बहुत जल्द प्रारंभ होगा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने केंद्रीय सड़क निधि (सीआरआईएफ फंड) से कोटा और बूंदी में चार सड़क मार्गों और तीन उच्च स्तरीय पुल के निर्माण के लिए 250 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की है। अब सार्वजनिक निर्माण विभाग टेंडर कर इनका निर्माण कार्य प्रारंभ करवाएगा।

कोटा और बूंदी में कई ऐसी सड़कें और उच्च स्तरीय पुल हैं जिनका निर्माण आमजन के आवागमन को सुलभ बनाने के लिए आवश्यक हैं। स्पीकर बिरला लंबे समय से इनका निर्माण सीआरआईएफ से करवाने के लिए प्रयासरत थे। करीब छह माह पूर्व इन सड़कों और पुल के निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति भी जारी हो गई थी, लेकिन वित्तीय स्वीकृति के अभाव में निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया। इसको देखते हुए बिरला ने अधिकारियों को वित्तीय स्वीकृति तत्काल जारी करने के निर्देश दिए थे।

अब 7 जुलाई को केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राजस्थान सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव को कोटा-बूंदी की इन प्रमुख सड़कों और मांगली व कुरेल नदी तथा पीपल्दा खाड़ी पर उच्च स्तरीय पुल के निर्माण के लिए 250 करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति जारी कर दी है। ऐसे में बहुत जल्द अब इन सड़कों और उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

इनमें रामगंजमंडी-सुकेत मार्ग भी सम्मिलित है जिसके निर्माण की मांग काफी पुरानी है। स्पीकर बिरला ने क्षेत्र के लोगों से चेचट-एकलिंगपुरा-अलोद और सुकेत-रामगंजमंडी मार्ग के निर्माण का वादा किया था। उन्होंने चेचट-एकलिंगपुर मार्ग को पूर्व में ही केंद्रीय सड़क निधि से स्वीकृति दिलवा दी थी। अब सुकेत-रामगंजमंडी मार्ग की भी वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। इस मार्ग के निर्माण से रामगंजमंडी, सुकेत सहित आसपास के क्षेत्रों के लाखों लोग लाभान्वित होंगे।

उच्च स्तरीय पुल बनने से मिलेगी राहत
मंत्रालय ने इटावा–पीपल्दा–शहनावदा मार्ग पर पीपल्दा खाड़ी पर उच्च स्तरीय पुल बनाने की स्वीकृति दी है। 12.83 करोड़ की लागत से बनने वाले इस उच्च स्तरीय पुल से लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो सकेगा। मांगली नदी पर लालपुरा और बागदा को जोड़ने के लिए उच्च स्तरीय पुल के निर्माण की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। इस पुल का निर्माण 12.66 करोड़ की लागत से होगा। इसके अलावा कुरेल नदी पर भी 17.98 करोड़ की लागत से उच्च स्तरीय पुल बनेगा जो हनोतिया और जयस्थल को जोड़ेगा। इन पुल के बनने से बरसातों के दौरान रास्ता बंद होने की समस्या तो दूर होगी ही आमजन को लम्बा चक्कर काटने से भी मुक्ति मिलेगी।