कोटा। प्रदेश में हाल ही में मुख्यमंत्री ने 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है। कोटा के रामगंज मंडी को जिला नहीं बनाने से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। इसको लेकर विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं। रामगंजमंडी को जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
आगामी दो अप्रैल को सर्वदलीय व सर्वजातीय बैठक बुलाई गई है। शहर के पंचमुखी हनुमान मंदिर पर दोपहर 12 बजे होने वाली बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।
शहरवासियों का कहना है कि प्रदेश में कई छोटे जिले बना दिए गए, लेकिन कोटा स्टोन, कृषि उपजमंडी, आबकारी और परिवहन विभाग से हर साल मोटा राजस्व देने के बाद भी रामगंज मंडी की उपेक्षा की गई है। ऐसे में यहां के लोग ठगा महसूस कर रहे हैं।
प्रदेश में जिले बनाने में रामगंज मंडी का ध्यान नहीं रखा गया है। ऐसे में अब क्षेत्र के व्यापारिक व सामाजिक संगठन, सभी राजनीतिक दलों से जुड़े कार्यकर्ता और आमजन मिलकर रामगंज मंडी को जिला बनाने के लिए आंदोलन करेंगे।
पूर्व पालिकाध्यक्ष गौतम ने बताया कि आगामी दो अप्रैल को बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। इस बैठक में व्यापारी, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के सदस्य, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और आमजन शामिल होंगे।