नियंत्रित जीवनशैली अपनाकर व्यक्ति बच सकते हैं हृदय रोगों से

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कोटा। हृदय संबंधी रोग के मामले इन दिनों बढ़ते जा रहे हैं। हृदय रोगों (Heart Diseases)को लेकर कोटा शहर के गेस्ट्रोकेयर हॉस्पिटल में जयपुर के नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल की ओर से हृदय संबंधी रोगों के लिए सोमवार को ओपीडी का आयोजन किया।

इस कैम्प में नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के कंसलटेंट- कार्डियोलॉजी डॉ. अंशु काबरा ने ह्रदय रोग से संबंधित रोगियों को उचित जांच व परामर्श दिया।ओपीडी का उद्देश्य इस हाडोती अंचल के रोगियों के लिए जांच एवं परामर्श के साथ-साथ छोटे शहरों में फैलने वाली इन बीमारियों पर लगाम लगाना है।

डॉ. अंशु काबरा ने बताया कि भारत में हार्ट प्रॉब्लम की वजह से लगभग प्रति एक लाख लोगों में से 272 लोगों को मौत हो जाती है। यह बीमारी लोगों में अपने दिल पर नियंत्रण ना कर पाने के कारण अनुचित खानपान से भी होती है। इस बीमारी की वजह से मरीज के हृदय और अन्य अंगों में ऑक्सीजन युक्त रक्त के प्रवाह में बाधा उत्पन्न हो जाती है। इसकी एक बड़ी वजह हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी पहले से मौजूद बीमारियों के कारण ब्लॉकेज हो जाते हैं।

हृदय से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं आती हैं, जैसे सीने में दर्द, भारीपन, घुटन अथवा दबाव सांस फूलना, अत्याधिक पसीना आना एवं थकान, उच्च ब्लड प्रेशर एवं कोलेस्ट्रॉल, एन्जियोग्राफी एवं एन्जियोप्लास्टी, असामान्य धड़कन, पैरो में सूजन व वजन बढ़ना, लगातार खाँसी खासकर रात को, जन्मजात हृदय रोग लक्षण पहचानते ही इनका इलाज कराना बहुत आवश्यक है।

इन परिस्थितियों में समय रहते इलाज और बीमारी का पता लगाना और नियंत्रित जीवनशैली व्यक्ति के जीवन को बचा सकती है। इसलिए हर इंसान हृदय को स्वस्थ रखना चाहता हैं तो उसे अपने दिल पर भी कंट्रोल करना पड़ेगा और यह होगा कि क्या खाना आपकी सेहत के लिए लाभदायक है और क्या खाना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक। इसलिए स्वस्थ खाएं और अपने हृदय को भी स्वस्थ रखें।