जयपुर। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अगले 5 साल में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, जिसमें सबसे बड़ी कार्यशील युवा जनसंख्या भारत को आगे लेकर जाएगी। श्री बिरला गुरुवार को जयपुर स्थित विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी के छठे दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। दीक्षांत समारोह में उन्होंने उन विद्यार्थियों को विशेष बधाई दी जिन्होंने सराहनीय प्रदर्शन के साथ अकादमिक उपाधि प्राप्त की।
हजारों ऊर्जावान युवाओं को सम्बोधित करते हुए श्री बिरला ने आशा व्यक्त की कि वे देश को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं। श्री बिरला ने आगे कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि युवा अपनी अचीवमेंट को देश के साथ जोड़े और अपने पर्सनल गोल्स को नेशन के गोल्स के साथ जोड़ें।
जलवायु परिवर्तन का उल्लेख करते हुए श्री बिरला ने कहा कि युवा अपने इनोवेटिव आइडियाज़ दे कर इन समस्याओं का समाधान करें। जन कल्याण का सन्देश देते हुए श्री बिरला ने कहा कि युवा ज़रूरतमन्द लोगों को सहायता प्रदान कर देश सेवा का उदहारण बनें।
युवाओं को देश को उम्मीद बताते हुए श्री बिरला ने कहा कि शिक्षा के बल पर युवा इनोवेटिव कार्य करेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में देश के युवा शिक्षा, इलाज और सामाजिक सॉल्यूशन देंगे। उन्होंने युवाओं का आह्वाहन करते हुए कहा कि इंडस्ट्री से लेकर सर्विस सेक्टर तक, खेल से लेकर पढ़ाई और खेत से लेकर अंतरिक्ष तक युवाओं को सॉल्यूशन निकालने के लिए काम करना चाहिए।
श्री बिरला ने देश और समाज के सामने चुनौतियों का समाधान निकाल चेंजमेकर, सोल्यूशनमेकर बनने पर ज़ोर दिया। युवा शक्ति पर विश्वास व्यक्त करते हुए श्री बिरला ने कहा कि नौजवान देश को लेकर एक विज़न के साथ कार्य करें।
श्री बिरला ने हर्ष व्यक्त किया कि भारत के युवा अब जॉब क्रिएटर बन रहे हैं जो नौकरी नहीं तलाश रहे, जिसका परिणाम है कि आज भारत दुनिया का स्टार्ट-अप हब बन चुका है। उन्होंने आगे कहा कि देश में 87 हज़ार से ज़्यादा स्टार्ट-अप्स तैयार हो चुके हैं और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हमारे देश में कार्य कर रहे हैं। श्री बिरला ने आगे कहा कि भारत के युवाओं की प्रगतिशील सोच को पूरी दुनिया मानती है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए श्री बिरला ने कहा कि सरकार ने विश्व स्तरीय यूनिवर्सिटीज को भारत में अपने कैंपस शुरू करने की अनुमति दी है जिससे भारतीय छात्रों को विदेश जाए बिना ही विदेशी डिग्री मिल सकेगी। श्री बिरला ने आगे कहा कि देश की प्रतिभा का पलायन इससे बहुत कुछ थम सकेगा और विश्वविद्यालयों में बेहतरीन शिक्षा की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और अधिक उन्नत होगी।
स्किलबिल्डिंग पर ज़ोर देते हुए श्री बिरला ने कहा कि युवाओं को महात्मा गाँधी, बाबा साहब अंबेडकर और महानतम व्यक्तियों से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि महान लोगों ने हमेशा समय के साथ खुद को अपडेट किया नई चीजों को सीखने और नए आइडियाज एक्सप्लोर करने में आगे रहे और किसी चीज को अपनी लिमिट नहीं बनने दिया। श्री बिरला ने युवाओं को दायरा सीमित ना रख सोच बड़ी रखने की सलाह दी। उन्होंने आगे कहा कि युवा पीढ़ी के लिए स्किलबिल्डिंग कठिन नहीं है और ई लर्निंग के ज़रिये कई स्किल सीखे जा सकते हैं ।
भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता पर श्री बिरला ने कहा कि भारत का डिजिटल सिस्टम देश की ताकत है। उन्होंने UPI और डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर का उल्लेख करते हुए कहा कि तकनीक के विकास के साथ शासन-प्रशासन पारदर्शी बन रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में भारत दुनिया में वैश्विक शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा।