नई दिल्ली। गुजरे छह महीने शेयर बाजार के निवेशकों के लिए निराशाजनक रहे । निवेशकों के लाखों-करोड़ों रुपये डूब गए। इस साल केवल दो कारोबारी परिवार अंबानी और अडानी ही आगे बढ़ने में कामयाब रहे। मुकेश अंबानी और गौतम अडानी ऐसे बिजनेसमैन हैं, जिन्हें पिछले छह महीने में गिरते बाजारों में जबरदस्त मुनाफा हुआ है। इस दौरान लेकर टाटा, बिड़ला, महिंद्रा समेत पुराने बिजनेस घरानें में और भी बड़ी गिरावट देखी गई।
गिरते बाजार के बावजदू मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस के शेयर हरे रंग में रहने में कामयाब रहे। पिछले छह महीने में रिलायंस के शेयरों में मामूली 2% बढ़ोतरी हुई। वहीं, गौतम अडानी की सातों लिस्टेड कंपनियां 38% लाभ में रहे। वहीं, इस साल विप्रो के शेयरों अब तक भारी गिरावट देखने को मिली है। जबकि इसके प्रतिद्वंद्वियों टीसीएस और इंफोसिस में भी इस साल गिरावट आई है। हालांकि, विप्रो की तुलना में टीसीएस और इंफोसिस ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।
अगर कंपनियों की वैल्यूएशन देखा जाए तो टाटा ग्रुप की कंपनियों ने बाजी मारी है। टाटा ग्रुप देश में सबसे मूल्यवान बनी हुई हैं, जिसका कुल मार्केट कैप लगभग ₹20 लाख करोड़ है, जबकि मुकेश अंबानी की रिलायंस लगभग ₹18 लाख करोड़ के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं, गौतम अडानी की सात कंपनियां बजाज, बिड़ला और प्रेमजी से अधिक वैल्यूएबल हैं। बता दें कि इस साल अब तक अडानी ग्रुप का सबसे अधिक फोकस एजर्नी और FMCG सेक्टर पर रहा है। इसके चलते इनकी संपत्ति में भी इजाफा हुआ है। कच्चे तेल और खाद्य कीमतों में वृद्धि ने भी अडानी ग्रुप के वैल्यू को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अडानी की संपत्ति 22.3 अरब डॉलर बढ़ी
Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक, साल 2022 में अब तक दुनियाभर में सबसे अधिक संपत्ति गौतम अडानी की बढ़ी है। अडानी की संपत्ति इस साल करीबन 22.3 अरब डॉलर बढ़ी है। ।