Friday, December 19, 2025
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विरासत और पर्यावरण की गंभीर चुनौतियों पर इंटेक की संगोष्ठी आज

कोटा। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज “इंटेक” की ओर से शनिवार को शाम को 4 बजे जोहराबाई तालाब नान्ता स्थित सकस जी महाराज के आश्रम पर संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।

इंटेक (Indian National Trust for Art and Cultural Heritage) कोटा चैप्टर के कन्वीनर निखिलेश सेठी ने बताया कि विरासत और पर्यावरण की गंभीर चुनौतियां विषय पर विभिन्न पर्यावरणविद विचार रखेंगे। इस दौरान नान्ता के ऐतिहासिक जवाहरबाई तालाब के जीर्णोद्धार की योजना बनाई जाएगी।

को-कन्वीनर बहादुर सिंह हाड़ा ने बताया कि सरकारी उपेक्षाओं के दंश झेल रही विरासत, पर्यावरण और बदहाल जंगलों के संरक्षण और संवर्धन को सुनिश्चित करने के लिए इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज मुहिम शुरु करेगा।

उन्होंने बताया कि वर्ष 1789 में निर्मित इस बहुउद्देशीय तालाब के पुनरुद्धार के लिए इंटेक, पिछले एक वर्ष से विभिन्न स्तरों पर संघर्ष कर रहा है। कोटा थर्मल प्लांट ने इस तालाब के वैभव को 80 के दशक में राख से भर कर नष्ट कर दिया था।

राख की बढ़ती उपयोगिता के चलते यह तालाब अब खाली हो गया, किन्तु इस दरमियान तालाब का सुंदर तटबंध पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसकी मरम्मत के लिए कोटा थर्मल प्रशासन तथा ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर से मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि संगोष्ठी में शाहबाद के जंगलों में डेढ लाख हरे वृक्षों की निर्मम कटाई पर रोक व सरकार द्वारा पेड़ों की सही गिनती बताने पर जोर दिया जाएगा। साथ ही, मुकुंदरा टाइगर प्रोजेक्ट का पर्यटन की दृष्टि से समुचित विकास नहीं होने पर भी विचार किया जाएगा।

Mystery of Life & death: लाज़ारस सिंड्रोम और जीवन-मृत्यु का रहस्य

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-डॉ. सुरेश पांडेय-
नेत्र चिकित्सक, लेखक और ब्लॉगर कोटा
The mystery of life and death: जीवन और मृत्यु के बीच की सीमायें अक्सर स्पष्ट और अपरिवर्तनीय मानी जाती हैं, लेकिन लाज़ारस सिंड्रोम के दुर्लभ और रहस्यमय मामले इस धारणा को चुनौती देते हैं। यह चिकित्सा विज्ञान का एक ऐसा अध्याय है, जो हर बार चौंका देने वाले सवाल खड़े करता है। किसी व्यक्ति को मृत घोषित करने के बाद उसका अचानक जीवित हो उठना, एक चमत्कार के समान प्रतीत होता है। यह दुर्लभ स्थिति वैज्ञानिकों, चिकित्सकों और आम जनता के लिए उत्सुकता और रहस्य का विषय बनी हुई है।

क्या है लाज़ारस सिंड्रोम?
लाज़ारस सिंड्रोम चिकित्सा विज्ञान में “ऑटोमैटिक पोस्ट-रेससिटेशन सिंड्रोम” के नाम से जाना जाता है। यह स्थिति तब होती है जब किसी व्यक्ति को चिकित्सकीय रूप से मृत घोषित कर दिया जाता है, लेकिन कुछ समय बाद उसके शरीर के शारीरिक तंत्र, जैसे हृदय और श्वसन प्रणाली, स्वतः सक्रिय हो जाते हैं। इसका नाम बाइबिल की उस कथा से प्रेरित है, जिसमें यीशु ने अपने मित्र लाज़ारस को मृत घोषित किए जाने के चार दिन बाद जीवित कर दिया था।

झुंझुनू की घटना
21 नवंबर 2024 को, राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक 25 वर्षीय मूक-बधिर युवक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। शारीरिक क्रियाओं की पूर्ण अनुपस्थिति के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू हो गई थी। लेकिन, एक अविश्वसनीय घटना घटी। चिता पर रखे जाने के बाद युवक की नब्ज चलने लगी और उसने साँस लेना शुरू कर दिया। यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि चिकित्सा जगत के लिए भी एक गहरा सदमा और आश्चर्य का विषय बन गई। इस घटना ने मृत्यु की पुष्टि करने के तरीकों और चिकित्सा प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

अन्य उदाहरण
झुंझुनू की घटना अकेली नहीं है। इस वर्ष के शुरुआत में बिहार के बेगूसराय में रामवती देवी नामक एक महिला को साँस की गंभीर समस्या के कारण मृत घोषित कर दिया गया था। अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान शव को घर से बाहर ले जाते समय वह अचानक जीवित हो उठीं। इसके अलावा, महाराष्ट्र के बारामती (2021), रूस (2011), अमेरिका (2007), और ब्रिटेन (2008) में भी इसी प्रकार की घटनायें दर्ज की गई हैं। इन मामलों में मृत्यु घोषित किए जाने के बाद, व्यक्तियों में अचानक जीवन के संकेत दिखाई दिए। इन घटनाओं ने चिकित्सा विशेषज्ञों को मृत्यु की पुष्टि करने के लिए और अधिक सटीक और विश्वसनीय तरीकों की तलाश करने के लिए प्रेरित किया है

लाज़ारस सिंड्रोम का तंत्र
इस दुर्लभ स्थिति का कारण अब भी पूरी तरह समझा नहीं जा सका है। वैज्ञानिक मानते हैं कि यह शरीर की रक्त संचरण प्रणाली और शारीरिक तंत्र के अचानक सक्रिय होने का परिणाम हो सकता है।

वैज्ञानिक स्पष्टीकरण और अनसुलझे प्रश्न
लाज़ारस सिंड्रोम के पीछे का सटीक वैज्ञानिक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सी.पी.आर. (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) या शरीर को झटके लगने से रक्त प्रवाह फिर से शुरू हो सकता है, जिससे अस्थायी रूप से रुकी हुई शारीरिक क्रियाएं फिर से शुरू हो जाती हैं। हालांकि, यह सिर्फ़ एक संभावित व्याख्या है और इस असाधारण घटना के पीछे के तंत्र को समझने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। यह प्रश्न भी उठता है कि क्या मृत्यु केवल हृदय और श्वसन क्रियाओं के रुकने से परिभाषित होती है या मस्तिष्क की गतिविधियों को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।

सीपीआर का प्रभाव
हृदय और श्वसन प्रणाली की क्रियाएं रुकने के बाद भी सीपीआर से शरीर में कुछ हद तक ऑक्सीजन प्रवाह बना रहता है।

झटकों का प्रभाव
शव को स्थानांतरित करने से शारीरिक तंत्र अचानक सक्रिय हो सकता है।

दवाओं का अवशिष्ट प्रभाव
कई दवाइयाँ, जिनका प्रभाव शरीर पर रहता है, कभी-कभी पुनर्जीवन में भूमिका निभा सकती हैं।

मृत्यु की परिभाषा पर पुनर्विचार
लाज़ारस सिंड्रोम की घटनाएं यह साबित करती हैं कि मृत्यु की पारंपरिक परिभाषा हृदय गति और श्वसन का रुकना अपर्याप्त हो सकती है। मस्तिष्क की गतिविधियों और अन्य जैविक संकेतों को ध्यान में रखने की भी आवश्यकता है।

इन घटनाओं ने जीवन और मृत्यु के बीच की धुंधली रेखाओं को उजागर किया है। वैज्ञानिक और चिकित्सा विशेषज्ञ इस स्थिति को बेहतर ढंग से समझने और मृत्यु की पुष्टि के मानकों में सुधार के लिए शोध कर रहे हैं।

निष्कर्ष
लाज़ारस सिंड्रोम जीवन और मृत्यु के बीच की सीमाओं को चुनौती देता है। यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि जीवन का असली स्वरूप क्या है और मृत्यु को समझने के हमारे प्रयास कितने अधूरे हैं। यह विज्ञान और समाज दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है, जो चिकित्सा के क्षेत्र में नई खोजों और सोच की दिशा में प्रेरित करता है।

कोटा महोत्सव की भव्यता के लिए फेडरेशन की सभी संभाग इकाइयां भागीदारी निभाएंगी

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग की मीटिंग में हुआ निर्णय

कोटा। Kota Festival 2024: कोटा महोत्सव को भव्यता प्रदान करने के लिए संभाग की बूंदी, बारां एवं झालावाड़ की इकाइयां भी अपनी पूर्ण भागीदारी निभाएगी।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी एवं महासचिव संदीप पाडिया ने बताया कि 23 से 25 दिसंबर को आयोजित होने वाले हाड़ौती के पर्यटन विकास को लेकर हाड़ौती के भ्रमण पर आए फेडरेशन के प्रदेश पदाधिकारी संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, अध्यक्ष हुसैन खान एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणविजय सिंह की अध्यक्षता में झालावाड इकाई के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया ।

फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष हुसैन खान ने कहा कि हाड़ौती पर्यटन विकास मिशन को लेकर चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत निरंतर इस तरह के आयोजनों का होना आवश्यक है। होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान भी राज्य में स्थित उनकी सभी इकाइयों को इस उत्सव में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी। ताकि हाड़ौती के पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रचार हो सके।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हाड़ौती ट्यूर एंड ट्रेवल मार्ट जैसे आयोजन किए जाएंगे, जिसमें पूरे देश के ट्यूर ऑपरेटर को बुलाकर संपूर्ण हाड़ौती के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा। साथ ही सेविनियर का प्रकाशन किया जाएगा। देश- विदेश में होने वाले पर्यटक मेलों में प्रदर्शनियां लगा कर फोल्डरों का भी वितरण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि फिल्म फेस्टिवल में भी भागीदारी निभाई जाएगी। उन्होंने कोटा महोत्सव को सफल बनाने के लिए संभागीय अध्यक्ष को कहा कि आप निरंतर हाड़ौती के सभी जिलों के साथ बैठक करके कोटा महोत्सव को और भव्य व आकर्षण बनाकर हाड़ौती के पर्यटन विकास की ओर अग्रसर करें। ऐसे आयोजनों मे भागीदारी होना पर्यटन विकास के लिए अति आवश्यक है ।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि पिछले 6 माह से होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा सम्भाग द्वारा जयपुर में राजस्थान ट्रैवल मार्ट में, दशहरा मेला में, बूंदी में आयोजित हस्तशिल्प मेला एवं बूंदी महोत्सव में अपनी पूर्ण भागीदारी निभाई है। लाखों की तादाद में सेविनियर एवं फोल्डर का वितरण किया है।

उन्होंने कहा कि कोटा महोत्सव को भव्यता प्रदान करने के लिए होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा सम्भाग, जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के साथ पूर्ण भागीदारी निभाते हुए इसे भव्यता प्रदान करने और इसे आमजन को जोड़ने के लिए तत्परता से कम कर रहा है।

उन्होंने कहा कि निश्चित ही कोटा महोत्सव को आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उसमें पूरे प्रदेश के होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की समस्त संभागीय इकाइयों के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के लिए हाड़ौती का दौरा करेंगे।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन की झालावाड़ इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह झाला, सचिव सौरभ जैन, मुख्य सलाहकार एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भारत भूषण जैन ने कहा कि होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग की झालावाड़ इकाई भी झालावाड़ जिले में कोटा महोत्सव का भरपूर प्रचार -प्रसार करेगी।

झालावाड़ जिले के सभी होटल व्यवसाई ज्यादा से ज्यादा इस महोत्सव में शामिल होंगे। उन्होंने कहा इस महोत्सव के तहत तीन दिन तक रिवर फ्रंट पर आमजन के लिए भी प्रवेश निशुल्क करना एक सराहनीय कदम है। इस अवसर पर झालावाड़ इकाई के पदाधिकारी द्वारा होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान के प्रदेश पदाधिकारियों का अभिनंदन किया गया ।

Kota Mandi: आवक की कमी से कोटा मंडी में सोयाबीन एवं सरसों 50 रुपये तेज रही

कोटा। Kota Mandi price Today: भामाशाह अनाज मंडी में शुक्रवार को लिवाली कमजोर रहने से गेहूं 25 रुपये और धान 50 रुपये मंदा रहा। आवक की कमी से सोयाबीन एवं सरसों 50 रुपये तेज रही। मंडी में सभी कृषि जिन्सों की मिलाकर करीब 1.80 लाख कट्टे और लहसुन की 6000 कट्टे की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे।

गेहूं 2700 से 2851ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 3500 से4000, बाजरा 2000 से 2400 मक्का नई 2150 से 2600, जौ 1900 से 2150 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2400 से 2601धान (1509) 2600 से 2831 धान (1718) 2500 से 3371 धान (1885) 3200 से 3500 धान (1847) 2300 से 2800 धान पूसा नया 2400 से 2751 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन नया 3800 से 4401, सरसो 5300 से 6250, अलसी 5500 से 5850 तिल्ली 11000 से 13500 रुपये प्रति क्विंटल। मूंग 6500 से 7500, उड़द 4500 से 7000, चना देशी 5000 से 6100 चना मौसमी 5000 से 6200, चना पेप्सी 6000 से 6300 रुपये प्रति क्विंटल रहा।

धनिया बादामी 5700 से 6700 धनिया ईगल 6550 से 7200 रंगदार 6500 से 7801 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन 7000 से 30500 मैथी 4700 से 5400 कलौंजी 13000 से 17850 रुपये प्रति क्विंटल।

Realme का वाटरप्रूफ फोन 5600mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानिए फीचर्स

नई दिल्ली। Realme V60 Pro Launched: रियलमी ने V सीरीज में कंपनी का नया बजट 5G स्मार्टफोन Realme V60 Pro पेश किया है। रियलमी का यह फोन 5600mAh बैटरी, टोटल 24GB रैम के साथ आता है। इसमें 12GB RAM हार्डवेयर + 12GB की वर्चुअल RAM है। इस फोन के साथ खरीदारों को एक साल की वॉटरप्रूफ वारंटी + दो साल की वारंटी मिलती है। यह फोन चीन में लॉन्च हुआ है। चलिए डिटेल में जानते हैं Realme V60 Pro की कीमत और स्पेक्स:

Realme V60 Pro की कीमत
रियलमी V60 प्रो ओब्सीडियन गोल्ड, रॉक ब्लैक और लकी रेड कलर में आता है। फोन के 12GB + 256GB संस्करण की कीमत 1599 युआन (लगभग 18,675 रुपये) है और टॉप वैरिएंट की कीमत 12GB + 512GB संस्करण की कीमत 1799 युआन (21,015 लगभग) है। फोन चीन में पहले से ही सेल पर है।

फीचर्स और स्पेक्स
रियलमी के इस फोन में 6.67-इंच HD+ 120Hz LCD स्क्रीन है। यह फोन नए मीडियाटेक डाइमेंशन 6300 SoC प्रोसेसर के साथ आता है इसमें 12GB RAM + 12GB डायनामिक RAM है। रियलमी V सीरीज में पहली बार फोन को धूल और पानी से बचाने के लिए IP68 + IP69 रेटिंग मिली है। फोन में मिलिट्री-ग्रेड ड्रॉप रेजिस्टेंस है। V60 Pro में 5600mAh की बैटरी है जो 45W SuperVOOC फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है।

फोन का डिज़ाइन Realme C75 जैसा दिखता है, जिसे हाल ही में वियतनाम में पेश किया गया था। फोन अभी भी एंड्रॉयड 14 पर बेस्ड रियलमी यूआई 5.0 चलाता है। Realme V60 Pro में 50MP का रियर कैमरा, LED फ़्लैश और 8MP का फ्रंट कैमरा है। फोन में साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर। फोन में अल्ट्रा लीनियर स्पीकर है।

कोटा होकर जाने वाली अजमेर-भागलपुर एक्सप्रेस हमसफर के रूप में संचालित होगी

कोटा। Ajmer-Bhagalpur Express: रेलवे द्वारा भागलपुर-अजमेर-भागलपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस को अब हमसफर के रूप में संचालित किया जा रहा है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि गाड़ी संख्या 13423/13424, भागलपुर-अजमेर-भागलपुर एक्सप्रेस भागलपुर से दिनांक 06.03.2025 से एवं अजमेर से दिनांक 08.03.2025 से गाड़ी संख्या 13423/13424, भागलपुर-अजमेर-भागलपुर हमसफर के रूप में संचालित होगी। इस गाड़ी में 19 थर्ड एसी कोच, 02 पॉवरकार व 01 पेट्रीकार सहित कुल 22 कोच होगें।

करोड़ों की संपत्ति छिपाकर दुबई में बैठे हैं भारतीय, इनकम टैक्स की जांच में खुला राज

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नई दिल्ली। विदेश में प्रॉपर्टी खरीदने के मामले भारतीयों की फेवरेट डेस्टिनेशन दुबई हो गई है। लेकिन टैक्स चोरी भी दुबई के जरिए काफी की जा रही है। इनकम टैक्स की जांच में यह बात सामने आई है।

इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार इनकम टैक्स को दुबई में भारतीयों की अघोषित अचल संपत्तियों के बारे में पता चला है। इसमें 500 से अधिक संपत्तियां ऐसी हैं जिनपर कार्रवाई हो सकती है। यानी ये ऐसी संपत्तियां हैं जिनके बारे में इनकम टैक्स विभाग को या तो कोई जानकारी नहीं दी और अगर दी है तो भ्रामक।

दिल्ली में 700 करोड़ का बेहिसाब ट्रांजेक्शन
इनकम टैक्स की इस छापेमारी में अकेले दिल्ली से 700 करोड़ रुपये से अधिक के बेहिसाब लेन-देन के सबूत मिले हैं। इनकम टैक्स के एक अधिकारी के मुताबिक विभाग की दिल्ली जांच शाखा ने एक दर्जन से अधिक तलाशी ली हैं। इसमें दुबई में 43 अघोषित अचल संपत्तियों के बारे में सबूत मिले हैं।

अधिकारी ने बताया कि केवल दिल्ली में संदिग्ध टैक्स चोरी का आंकड़ा 700 करोड़ रुपये से अधिक है। चूंकि जांच पूरे भारत में है, इसलिए यह राशि और बढ़ेगी। अधिकारी के मुताबिक यह रकम कुछ हजार करोड़ रुपये तक हो सकती है।

हाल ही में जर्मनी ने मिडिल ईस्ट में भारतीयों के स्वामित्व वाली संपत्तियों के बारे में भारत के साथ जानकारी शेयर की है। जानकारी में एक हजार से अधिक भारतीयों के स्वामित्व वाली संपत्तियों का विवरण शामिल था। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि ऐसी जानकारी जर्मन अधिकारियों के हाथ कैसे लगी।

125 करोड़ से ज्यादा नकद निवेश
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में छापेमारी के दौरान टैक्सपेयर्स ने 125 करोड़ रुपये से अधिक के अघोषित नकद निवेश की बात स्वीकार की है। लोगों ने बताया कि छापेमारी के दौरान विभाग को फर्जी नकद भुगतान, रसीदें और खरीद की फर्जी रसीदें मिलीं। अक्टूबर के अंत से सरकार द्वारा साझा की गई इस जानकारी के आधार पर कई नोटिस जारी किए गए हैं।

Stock Market: सेंसेक्स 759 अंक उछलकर 79802 पर, निफ्टी 24100 के ऊपर बंद

नई दिल्ली। Stock Market Closed: फ्लैट नोट पर कारोबार की शुरुआत करने के बाद बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी में शानदार तेजी आई। शुक्रवार को बाजार में बढ़त की अगुवाई हेल्थकेयर और फार्मा शेयरों ने की। इसके अलावा, रिलायंस और भारती एयरटेल के शेयरों में तेजी से भी बाजार को बढ़ावा मिला।

30 शेयरों वाल, बीएसई सेंसेक्स 759.05 अंक या 0.96 प्रतिशत की शानदार बढ़त लेकर 79,802.79 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में आज 79,026.18 और 79,923.90 के रेंज में कारोबार हुआ। वहीं, दूसरी तरफ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 50 216.95 अंक या 0.91 प्रतिशत मजबूत होकर 24,131.10 पर बंद हुआ। निफ्टी में आज 23,927.15 और 24,188.45 के रेंज में कारोबार हुआ।

सेंसेक्स के टॉप गेनर्स
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। भारती एयरटेल, सन फार्मा, M&M, अदाणी पोर्ट्स और अल्ट्राटेक सीमेंट सेंसेक्स के टॉप-5 गेनर्स रहे। इसके अलावा, रिलायंस, L&T, HUL, JSW स्टील, टाइटन, ICICI बैंक, मारुति, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, TCS, NTPC, HCL टेक, बजाज फिनसर्व, कोटक बैंक, ITC, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, HDFC बैंक, इंफोसिस और टेक महिंद्रा के शेयर भी लाभ में रहे।

दिल्ली में बीकानेर हाउस की कुर्की पर लगी सशर्त रोक, जानिए क्या है मामला

नई दिल्ली। Bikaner House Case: दिल्ली में स्थित बीकानेर हाउस को कुर्क करने के आदेश मामले में राजस्थान सरकार को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने कुर्की पर सशर्त रोक लगा दी है। यह रोक एक हफ्ते के अंदर बकाया राशि जमा करने पर निर्भर है। मामले की अगली सुनवाई 7 जनवरी, 2025 को होगी।

कोर्ट के आदेश के अनुसार, राजस्थान सरकार के लिए प्रशासनिक और ऐतिहासिक तौर पर महत्वपूर्ण बीकानेर हाउस फिलहाल राज्य सरकार के नियंत्रण मे ही रहेगा। इससे सरकारी कामों में किसी तरह की रुकावट नहीं आएगी। बता दें कि, बीकानेर हाउस का मालिकाना हक राजस्थान नगर पालिका नोखा के पास है।

राजस्थान की नोखा नगर पालिका और एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच विवाद के बाद मध्यस्थता केन्द्र में एक समझौता हुआ था। दरअसल, पटियाला हाउस कोर्ट ने एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स के बीच विवाद के बाद राजस्थान नगर पालिका नोखा को 50 लाख 31 हजार रुपये भुगतान करने का आदेश दिया था। अदालत ने ये आदेश 21 जनवरी 2020 को जारी किया था। इसके बावजूद नोखा नगर पालिका ने कंपनी को भुगतान नहीं किया। इसके बाद अदालत ने 21 नवंबर को अपने नए आदेश में कहा कि नोखा नगर पालिका अदालत के अगले आदेश तक बीकानेर हाउस को लेकर कोई फैसला न ले।

बीकानेर हाउस आजादी के समय शाही परिवारों का खास अड्डा बन गया था। राजपरिवारों के भारत में विलय नीति को लेकर यहां कई महत्वपूर्ण बैठकें हुईं। राजस्थान के साथ-साथ अन्य राजघराने भी यहां चर्चा के लिए पहुंचते थे और विलय नीति पर वार्ता होती थी। बाद में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इसे हेरिटेज बिल्डिंग का दर्जा दिया। 18 नवंबर 2015 को बीकानेर हाउस को जनता के लिए खोल दिया गया।

ब्रिटिश और राजपूताना शैली के साथ बना
बीकानेर हाउस का इतिहास समृद्ध है। इसका निर्माण बीकानेर रियासत के महाराजा गंगा सिंह के शासनकाल में हुआ था। तब इसके निर्माण में ब्रिटिश शैली के साथ-साथ राजपूताना शैली का भी इस्तेमाल किया गया। छत्र शैली के गुंबद बनाए गए और निजी कमरों के साथ अतिथि कक्ष और महिलाओं के लिए कमरे बनाए गए। 18 फरवरी, 1929 को बीकानेर हाउस को भव्य गृह प्रवेश के आयोजन के साथ खोला गया।

लोक सभा में विपक्ष के हंगामे पर स्पीकर बिरला का छलका दर्द, जानिए क्या बोले

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को भी हंगामेदार रही। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। प्रश्नकाल के दौरान सांसद लगातार आसन के करीब पहुंच कर नारेबाजी करते रहे।

वहीं, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला लगातार सदस्यों से सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का आग्रह करते रहे। इस दौरान सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से नहीं चलने से उनका दर्ज नजर आया। वहीं, विपक्षी दलों के सदस्यों ने उनकी एक ना सुनी और हंगामा जारी रखा। इसके बाद सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

माननीय, सदस्य देश की जनता चाहती है ये सदन चले और कई माननीय विद्वानों ने भी लिखा है कि सदन चलना चाहिए। लोकसभा स्पीकर ने कहा कि चर्चा, संवाद होना चाहिए। सहमति और असहमति हमारे लोकतंत्र की ताकत है। उन्होंने लोकसभा सदस्यों से आग्रह किया कि जनता की भावनाओं, उनकी आशाओं और आकांक्षाओं के अनुसार आप सदन चलने में सहयोग करें।अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ ही नौकरियों को बढ़ेंगे मौके, संसद के विंटर सेशन में इन महत्वपूर्ण बिल पर होगी नजर

लोकसभा स्पीकर ने कहा कि आज महिलाओं से जुड़े महत्वपूर्ण विषय पर प्रश्नकाल में चर्चा हो रही है। बिरला ने कहा कि प्रश्नकाल आपका समय है। देश की जनता लगातार माननीय सांसदों के बारे में जनता अपनी राय व्यक्त कर रही है। इसलिए मैं आपसे आग्रह करता हूं कि सदन को चलने दें। उन्होंने सदस्यों से कहा कि सदन आपका है, सदन सबका है। देश भी चाहता है कि संसद चले। सरपंचों के ऊपर बॉस होते हैं बाबू, खासकर महिलाओं के मामले में… SC ने नौकरशाही को सुनाई खरी-खरी

‘हर विषय पर चर्चा करने का समय दूंगा’
लोकसभा स्पीकर ने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि मैं आपको हर विषय, हर मुद्दे पर नियम, प्रक्रियाओं के तहत चर्चा करने का पर्याप्त अवसर दूंगा। इसके बाद ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।