Monday, December 22, 2025
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कोटा मंडी/ सरसों, उड़द 100 रुपये गिरी, सोयाबीन 100 रुपये तेज

कोटा। शिकॉगो एक्सचेंज में तेजी और (डीओसी) की मांग निकलने से भामाशाह अनाज मंडी में सोमवार को सोयाबीन 100 रुपये प्रति क्विंटल ऊंची बोली गई। ऊंचे भाव पर समर्थन नहीं मिलने से सरसों और उड़द में 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट रही। मंडी में सभी जिंसों की मिलाकर करीब 30 हजार कट्टे की आवक रही। लहसुन की आवक लगभग 9000 कट्टे की रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे –

गेहूं मिल क्वालिटी 1600 से 1675 गेहूं टुकड़ी एवरेज 1700 से 1800 गेहूं बेस्ट टुकड़ी 1800 से 1901 मक्का 1300 से 1500 जौ 1300 से 1500 ज्वार 1100 से 4000 सोयाबीन मिल क्वालिटी 5500 से 7200 सोयाबीन बीज क्वालिटी 7000 से 8050 सरसो 6000 से 6280 धान सुगंधा 1800 से 2200 धान (1509 ) 1800 से 2300 धान पूसा-1 2300 से 2530 धान -1121 2100से 2601 अलसी 6300 से 6500 तिल्ली 6500 से 7500 रुपये प्रति क्विंटल।

ग्वार 3000 से 3550 मैथी 5500 से 6100 मसूर 4800 से 5000 चना 4400 से 4800 चना गुलाबी 4400 से 4890 चना मौसमी 4400 से 4700 उड़द 3000 से 6300 धनिया पुराना 4500 से 5600 धनिया नया बादामी 5500 से 6000 ईगल 6000 से 6300 रंगदार 6700 से 7500 रुपये प्रति क्विंटल रहा। लहसुन 1600 से 9300 रुपये प्रति क्विंटल रहा।

बदरीनाथ, केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक

देहरादून। हाईकोर्ट नैनीताल ने पहली जुलाई से बदरीनाथ, केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा शुरू करने के उत्तराखंड कैबिनेट के निर्णय पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने चारधाम में पूजा अर्चना की लाइव स्ट्रीमिंग करने के निर्देश सरकार के दिए। साथ ही सरकार की ओर से दाखिल शपथ पत्र को भी कोर्ट ने अस्वीकार करते हुए दोबारा जवाब दाखिल करने को कहा है। सोमवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली, सच्चिदानंद डबराल,अनू पंत की कोविड काल में स्वास्थ्य अव्यवस्था तथा चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई।

सुनवाई के दौरान मुख्य सचिव ओमप्रकाश व अन्य अधिकारी कोर्ट में वर्चुअली पेश हुए। आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा शुरू करने का फैसला लिया है। सीएम तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में पहले चरण में उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के निवासियों को मंदिरों में 01 जुलाई से जाने की अनुमति दी है। रुद्रप्रयाग जिले के लोग केदारनाथ धाम के दर्शन को जा सकेंगे, जबकि चमोली जिले के यात्रियों को बदरीनाथ धाम में दर्शन करने की अनुमति दी गई है।

उत्तरकाशी जिले के लोगों को गंगोत्री व यमुनोत्री धामों के दर्शन करने की इजाजत दी गई है। सभी श्रद्धालुओं को धामों में दर्शन करने के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। तीनों जिलों से मंदिरों में दर्शन को जा रहे श्रद्धालुओं के पास 72 घंटे की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य किया गया है। प्रदेश में कोरोना के कम होते ग्राफ के बीच आंशिक तौर से 01 जुलाई से चारधाम यात्रा शुरू करने की अनुमति दे दी है। जबकि, प्रदेशभर के श्रद्धालुओं को 11 जुलाई से चारों धामों के दर्शन करने की इजाजत दी जाएगी।

मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के पास आरटीपीसीआर, एंटीजन या फिर रैपिड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य रखा गया है। आपको बता दें कि यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई, गंगोत्री 15 मई, केदारनाथ 17 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को खोल दिए गए थे। लेकिन, कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने श्रद्धालुओं को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी। वहीं दूसरी ओर, चारों धामों में तीर्थ-पुरोहितों का विरोध जारी है। मांग है कि देवस्थानम् बोर्ड को कैंसिल जाए, लेकिन पिछले 17 दिनों से विरोध जारी होने के बावजूद भी सरकार आंदोलनरत तीर्थ-पुरोहितों की सुध नहीं ले रही है।

बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स 189 अंक टूटकर 52,735 पर बंद

मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों के लिए हफ्ते के पहले कारोबारी दिन का अंत अच्छा नहीं रहा। बीएसई के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में 189 पॉइंट की गिरावट आई। बेंचमार्क इंडेक्स 0.36% की गिरावट के साथ 52,735 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 0.29% यानी 45 पॉइंट की कमजोरी के साथ 15,814 पर रहा।

सोमवार को घरेलू बाजार के दोनों अहम शेयर इंडेक्स रिकॉर्ड हाई लेवल पर खुले। निफ्टी 55 पॉइंट ऊपर 15,915 जबकि सेंसेक्स 100 पॉइंट ऊपर 53,126 पर खुला था। सारी बढ़त दोनों इंडेक्स ने शुरुआती घंटे में ही खो दी, लेकिन छोटे और मझोले शेयरों के इंडेक्स में जमकर खरीदारी हुई। निफ्टी मिड कैप में 0.53% और स्मॉल कैप में 0.37% की मजबूती रही।

ऊंचे लेवल पर मुनाफावसूली वाली बिकवाली होने से निफ्टी 15,800 की तरफ आ गया था। कारोबार के दौरान अधिकांश समय सीमित दायरे में बना रहा। इसमें मंदी के रुझान वाला पैटर्न बना है, जिसके मुताबिक तेजी के नए दौर की शुरुआत के लिए फॉलो अप खरीदारी की बड़ी जरूरत होगी। इस हफ्ते निफ्टी 15,600 से 16,000 के दायरे में रह सकता है।

बाजार पर HDFC लाइफ, टाइटन, TCS, श्री सीमेंट, कोल इंडिया RIL, HCL टेक और भारती एयरटेल में बिकवाली का दबाव बना। डॉ रेड्डीज, हिंडाल्को, टाटा स्टील, डिवीज लैब, टेक महिंद्रा, ONGC, सन फार्मा और HUL में हुई खरीदारी ने बाजार को संभालने की कोशिश की।

इनवेस्ट19 के फाउंडर और सीईओ कौशलेंद्र सिंह सेंगर के मुताबिक, नई सीरीज में तेजी जारी रहने की साफ वजह नहीं होने से एक्सपायरी के दिन बाजार के खिलाड़ियों ने सावधानी बरती। नई पोजिशन बनाने के लिए दिशा ढूंढ रहे खिलाड़ियों की नजर रिलायंस इंडस्ट्रीज के AGM पर थी लेकिन उनको निराशा हाथ लगी और तेजी का रुझान कमजोर पड़ गया।

सेंगर के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो आर्थिक राहत घोषित किए हैं, उनसे तेजी को बढ़ावा मिल सकता है। वैल्यूएशन गैप की वजह से छोटे और मझोले शेयरों में खरीदारी निकली। कैबिनेट की तरफ से ज्यादा विनिवेश योजनाएं लाए जाने की उम्मीद पर सरकारी बैंकों में मजबूती रही। तीसरी लहर जल्द आने के आसार ने फार्मा शेयरों को मजबूती दी।

निफ्टी के IT इंडेक्स में 0.51%, एनर्जी इंडेक्स में 0.43% और फाइनेंशियल सेक्टर इंडेक्स में 0.33% की गिरावट आई। निफ्टी के PSU बैंक इंडेक्स में सबसे ज्यादा 2.40% का उछाल आया, फार्मा इंडेक्स में 1.36% और मेटल इंडेक्स में 1.27% की तेजी रही।

वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX में 0.24% की मामूली बढ़त रही। यह बढ़ोतरी बताती है कि अगले 30 दिनों में निफ्टी सालाना आधार पर कितना कमजोर हो सकता है। इंडेक्स में आई गिरावट के मुताबिक बाजार में तेजी फिलहाल जारी रह सकती है। निचले स्तरों से बढ़ोतरी होना, बाजार में मजबूती कायम रहने के साथ हलचल बढ़ने का संकेत होता है।

मोतीलाल ओसवाल के (हेड-टेक्निकल & डेरिवेटिव्स रीसर्च) चंदन तापड़िया के मुताबिक, 15,800 से ऊपर बने रहने पर निफ्टी पहले 16,000 की तरफ बढ़ेगा। निफ्टी यह लेवल पार होने के बाद 16,200 को छूने की कोशिश करेगा। गिरावट आने पर इसको पहले 15,700 और फिर 15,600 के जोन में खरीदारी का सपोर्ट मिलेगा।

नेशनल अल्युमीनियम, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंद्रप्रस्थ गैस, UBL, कैडिला, ग्लेनमार्क, PNB, डॉ रेड्डीज लैब, एस्कॉर्ट्स, बायोकॉन, डिवीज लैब, टेक महिंद्रा, कमिंस इंडिया, टाटा स्टील, टाटा कंज्यूमर, SRF, सिप्ला और आयशर मोटर में तेजी का रुझान बना। टाइटन, चोला फाइनेंस, मदरसन सुमी, HDFC, RIL, ITC और BPCL में कमजोरी रही।

ट्विटर ने की भारत के नक्शे से छेड़छाड़, जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख को दिखाया अलग देश

नई दिल्ली। एक बार फिर माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर विवादों में है। ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच पहले से तनातनी का माहौल है और इस बार ट्विटर की परेशानी और बढ़ सकती है। ट्विटर की वेबसाइट पर भारत के नक्शे के साथ छेड़छाड़ की गई है। ट्विटर ने अपने वेबसाइट पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग देश के तौर पर दिखाया है। 

वहीं भारत सरकार ने इस मुद्दे पर संज्ञान ले लिया है। सरकारी सूत्रों की माने तो सरकार इसे लेकर कई तथ्य जुटा रही है, जैसे- नक्शे में कब बदलाव किए गए, यह नक्शा कब वेबसाइट पर डाला गया और नक्शे में बदलाव के पीछे की मंशा क्या है। वो कौन लोग हैं, जिन्होंने ट्विटर को यह नक्शा दिया, किन लोगों ने ट्विटर पर यह नक्शा अपलोड करवाया। सूत्रों की माने तो सरकार इस पर कड़ी कार्रवाई कर सकती है।

ट्विटर के करियर पेज पर ट्वीप लाइफ सेक्शन में वर्ल्ड मैप है। यहां से कंपनी दिखाती है कि दुनिया में कहां-कहां ट्विटर की टीम है। इस मैप में भारत भी है लेकिन भारत का नक्शा विवादित दिखाया गया है। इससे पहले भी लद्दाख के हिस्से को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया था। हालांकि बाद में इसे ठीक कर लिया गया था।

अब क्योंकि भारत सरकार खुले तौर पर ट्विटर का विरोध कर रही है और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद यह कह चुके हैं कि ट्विटर भारत को लेकर दोहरा रवैया रखता है तो ऐसे में ये मामला और गंभीर हो सकता है। रविशंकर प्रसाद पहले भी कह चुके हैं कि ट्विटर की मंँशा ठीक नहीं लगती है। 

बता दें कि ट्विटर के करियर पेज पर भारत का जो नक्शा दिखाया गया है, इसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख नहीं है, यानी कि इसे भारत की सीमाओं से बाहर दिखाया गया है। सोशल मीडिया पर ट्विटर के इस काम की आलोचना होने लगी है। हालांकि ट्विटर की ओर से अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। 

कोरोना प्रभावित सेक्टर्स के लिए 1.1 लाख करोड़ की गारंटीड स्कीम घोषित

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को राहत पैकेज का एलान किया। इससे कोरोना की मार से बेहाल अर्थव्यवस्था को सहारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि कुल 8 उपायों का एलान किया जा रहा है। इसमें से 4 उपाय बिल्कुल नए हैं। इसमें हेल्थ से जुड़ा एक नया राहत पैकेज भी शामिल है।

सरकार ने 1.1 लाख करोड़ रुपये का फंड क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आवंटित किया है। कोविड से प्रभावित क्षेत्रों को इससे मदद मिलेगी। 8 महानगरों को छोडकर दूसरे शहरों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार 50,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। मेडिकल इंफ्रा के लिए सरकार कम ब्याज दर पर लोन देगी। स्कीम के तहत 100 करोड़ रुपये का अधिक्तम लोन होगा।

पिछले साल भी सरकार ने क्रेडिट गारंटी योजना का एलान किया था। इस बार ईसीएलजीएस स्कीम के तहत 1.5 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त लोन का प्रावधान किया गया है। क्रेडिट गारंटी स्कीम से 25 लाख छोटे उद्यमियों को इसका फायदा मिलेगा। इसमें ब्याज की दर एमसीएलआर प्लस 2 फीसदी होगा। इसकी समय अवधि अधिकतम 3 साल की होगी। इसका लाभ 31 मार्च 2022 तक उठाया जा सकता है।

पर्यटन के क्षेत्र के लिए भी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत टूरिस्ट गाइड और इस तरह के दूसरे के लोगों के लिए मदद दी जाएगी। इसका लाभ 10700 टूरिस्ट गाइड को इसका लाभ मिलेगा। एक लाख रुपये तक की सहायता टूरिस्ट गाइड को दी जाएगी। टूरिस्ट एजेंसी को 10 लाख रुपये तक की मदद दी जाएगी।

भारत आने वाले पहले 5 लाख टूरिस्ट को वीजा शुल्क नहीं देना पड़ेगा। 1.93 लाख पर्यटक 2019 में भारत आए। ऐसे टूरिस्ट औसतन 21 दिन भारत में रुकता है। वह प्रतिदिन औसतन 2400 रुपये खर्च करता है। यह स्कीम अगले साल 31 मार्च तक जारी रहेगी। इस पर कुल 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना का मकसद नए रोजगार का सृजन करना था। यह स्कीम 30 जून 2021 तक थी। अब इस योजना की अवधि अगले साल 31 मार्च तक बढ़ा दी गई है। इस योजना के तहत नियोक्ता और कर्मचारी के हिस्से का पीएफ योगदान सरकार करती है।

कृषि के लिए रबी सीजन 2021-22 432.48 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। इसके अलावा न्यूट्रिएंट आधारित सब्सिडी को 42,275 करोड़ रुपये किया गया है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पिछले साल गेहूं, चावल और चना दिया गया था। इस साल भी कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए इस स्कीम की अवधि इस साल नवंबर तक बढ़ाई जा रही है। इस पर 93869 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

बच्चों के लिए अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने के लिए सरकार बड़ा निवेश करेगी। इसके लिए 23220 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके तहत बच्चों के लिए आईसीयू बेड सहित अन्य सुविधाएं बनाई जाएंगी। यह रकम अगले साल 31 मार्च तक खर्च होगी। पिछले साल भी सरकार ने अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए 15000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था।

वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुना करने पर ध्यान दे रही है। इसके लिए ज्यादा पोषक तत्व वाली फसल बीज तैयार करने पर काम चल रहा है। आईसीएआर ने इसे तैयार किया है। इससे कुपोषण की समस्या दूर करने में मदद मिलेगी। इसके लिए अनाज की 21 किस्में तैयार की गई हैं।

उत्तरपूर्वी राज्यों के किसानों के लिए भी वित्त मंत्री ने उपायों का एलान किया। 70.45 करोड़ रुपये का पैकेज इस क्षेत्र के लिए दिया गया है। इससे उत्तरपूर्वी राज्यों के किसानों के लिए फसल की अच्छी कीमत मिल सकेगी। इसके लिए इस रकम से बुनियादी सुविधाओं का विकास होगा। इससे बिचौलियों को खत्म कर किसानों को बेहतर कीमत दिलाने पर फोकस होगा।

पिछले साल भी सरकार ने इकोनॉमी को मजबूती देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का एलान किया था। उद्योग सहित कई जानकारों को सरकार की तरफ से राहत पैकेज की उम्मीद थी। उनका मानना था कि कोरोना की दूसरी लहर से बेहाल घरेलू अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए सरकार को राहत पैकेज लानी चाहिए।

Skoda Kushaq भारत में हुई लॉन्च, कीमत 10.50 लाख रुपये से शुरू

नई दिल्ली। स्कोडा ने भारत में आज अपनी बहुप्रतिक्षित मिड साइज एसयूवी KUSHAQ को लॉन्च कर दिया है। ऑल-न्यू स्कोडा कुशाक की कीमत महज 10.50 लाख रुपये से शुरु होती है। वहीं इसके टॉप वैरिएंट की कीमत 17.60 लाख (एक्स-शोरूम इंडिया) तय की गई है। स्कोडा कुशाक कुल तीन वेरिएंट्स एक्टिव, एम्बिशन और स्टाइल के साथ-साथ दो इंजन विकल्प में उतारी गई है। जिसका मुकबला भारत में Hyundai Creta और Kia Seltos से होगा। आइए विस्तार से बताते हैं, इस कार से जुड़ी खास जानकारी:

दो इंजन विकल्प: स्कोडा कुशाक को दो इंजन विकल्प मिलते हैं। जिसमें एक 1.0-लीटर टीएसआई पेट्रोल और एक 1.5-लीटर टीएसआई पेट्रोल शामिल है। कंपनी का कहना है कि ये दोनों इंजन हाई रिफाइनमेंट और सुपर स्मूथ हैं। कुशाक MQB-A0-IN प्लेटफॉर्म द्वारा तैयार किया जाने वाला पहला मॉडल भी है, जो आगे चलकर भारत में VW समूह के कई नए मॉडल को रेखांकित करेगा। जिसे विशेष रूप से भारतीय बाजार के लिए तैयार किया गया है। ट्रांसमिशन विकल्पों में 1.0-लीटर TSI पर वैकल्पिक 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स शामिल होगा। जबकि1.5-लीटर TSI को 7-स्पीड DSG गियरबॉक्स के साथ पेश किया जाएगा।

डिजाइन और डायमेंशन : Skoda Kushaq के डायमेंशन की बात करें तो इसकी लंबाई 4,255mm, चौड़ाई 1,760mm, ऊंचाई 1,612mm और इसका व्हीलबेस 2,651mm का है। वहीं इस कार में ग्राउंड क्लीयरेंस 188mm का और बूट स्पेस 385mm का दिया गया है। स्कोडा कुशाक के रंग विकल्पो में आपको पांच कलर ऑप्शन टोरंडो रेड मैटेलिक, कैंडी व्हाइट, कार्बन स्टील, मैटेलिक, हनी ऑरेंज मैटेलिक का विकल्प दिया जाएगा।

इस एसयूवी के फ्रंट प्रोफाइल में एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइट्स के साथ शार्प एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स हैं। जिस पर क्रोम हाइलाइटिंग ट्रिम के साथ स्लेटेड फ्रंट ग्रिल बम्पर पर एयर इंटेक के चारों ओर ब्लैक क्लैडिंग दी गई है। इसकी साइड प्रोफाइल में ब्लैक लोअर बॉडी क्लैडिंग, 17-इंच के अलॉय व्हील, क्रिस्प कैरेक्टर लाइन्स, रूफ रेल्स मिलते हैं। वहीं रियर प्रोफाइल में एल आकार की एलईडी टेललाइट्स, रूफ स्पॉइलर, एक स्कल्प्ड टेलगेट, स्किड प्लेट है। MQB A0 IN आर्किटेक्चर प्लेटफॉर्म की बदौलत यह SUV सभी कोणों से साफ-सुथरी और स्टाइलिश दिखती है।

MG मोटर्स की नई इलेक्ट्रिक कार भारत में लांच होगी, जानिये फीचर्स

नई दिल्ली। एमजी मोटर इंडिया ने पुष्टि की है कि वह अगले दो वर्षों में आने वाले नए मॉडल के साथ अपने ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी। नई MG इलेक्ट्रिक कार की कीमत 20 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से कम होगी। वर्तमान में, ब्रिटिश कार निर्माता MG ZS EV को 20.99 लाख रुपये – 24.18 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की कीमत पर बेचती है। कार निर्माता पिछले साल इलेक्ट्रिक एसयूवी MG ZS EV की 1300 से अधिक यूनिट्स को बेचने में कामयाब रही थी।

एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने कहा कि “कंपनी भविष्य में और अधिक इलेक्ट्रिक कारें पेश करने की योजना बना रही है और भारत में इसकी दूसरी ईवी की कीमत 20 लाख रुपये से कम होगी।” कोविड -19 की दूसरी लहर के कारण, नई एमजी इलेक्ट्रिक कार लॉन्च योजना में कुछ हफ्तों की देरी हुई है। मौजूदा स्थिति और निर्माण सामग्री (विशेषकर चिप्स) की कमी को देखते हुए, नई एमजी इलेक्ट्रिक कार को अगले दो साल में सड़कों पर उतरने की संभावना है।

हालांकि ब्रिटिश कार निर्माता की अभी तक, देश में एक नई मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने की कोई योजना नहीं है। वर्तमान में, इसका ध्यान अपने हलोल आधारित प्लांट के पूर्ण उपयोग पर है जिसकी उत्पादन क्षमता लगभग 1 लाख यूनिट प्रति वर्ष है। MG के फ्यूचर प्लान की बात करें तो कंपनी ZS EV का पेट्रोल वर्जन लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। जिसका MG Astor नाम होगा। यह मॉडल 2021 की तीसरी तिमाही (यानी अक्टूबर-दिसंबर) में लॉन्च होने वाला है। यहां, इसे किआ सेल्टोस, हुंडई क्रेटा और आज ही लॉन्च हुई स्कोडा कुशाक और अपकमिंग फॉक्सवैगन टाइगुन से टक्कर मिलेगी।

हालांकि MG Astor के आधिकारिक इंजन की डिटेल्स का खुलासा अभी नहीं किया गया है, SUV को 1.5-लीटर 4-सिलेंडर नैचुरली-एस्पिरेटेड पेट्रोल और 1.3-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन विकल्पों के साथ पेश किए जाने की संभावना है। जहां नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल यूनिट 120bhp की पावर और 150Nm का टार्क देने में सक्षम होगी, वहीं टर्बोचार्ज्ड मोटर 163bhp की पावर और 230Nm का टार्क जनरेट करेगी। इसे या तो मैन्युअल गियरबॉक्स या ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ रखा जा सकता है।

Tecno Spark Go 2021 स्मार्टफोन 1 जुलाई को भारत में होगा लॉन्च

नई दिल्ली। Tecno का नया बजट स्मार्टफोन Tecno Spark Go (2021) भारत में 1 जुलाई की दोपहर 12 बजे लॉन्च होगा। यह कंपनी का अफोर्डेबल स्मार्टफोन होगा। लॉन्चिंग से पहले फोन को ई-कॉमर्स साइट Amazon पर लिस्ट किया गया है। फोन की बिक्री भी Amazon India से होगी। यह Tecno Spark G0 (2020) का अपग्रेडेड वर्जन होगा। फोन चार कलर ऑप्शन में आएगा। कंपनी को बड़ी मेमोरी के साथ ही ड्यूल 4G VOLTE सपोर्ट के साथ पेश किया जाएगा।

स्पेसिफिकेशन्स: Tecno Spark Go (2021) स्मार्टफोन में 6.52 इंच एचडी प्लस डॉट नॉच डिस्प्ले दी जाएगी। फोटोग्राफी के लिए 13MP AI ड्यूल कैमरा सेटअप दिया जाएगा, जो फ्लैश लाइट सपोर्ट के साथ आएगा। वही फ्रंट पैनल पर 8MP AI सेल्फी कैमरा दिया गया है, जो Microslit फ्रंट फ्लैश के साथ आएगा। फोन के बैक पैनल पर स्मार्ट फिंगरप्रिंट स्कैनर का सपोर्ट मिलेगा। वही पावर बैकअप के लिए फोन में 5000mAh की बड़ी बैटरी मिलेगी। कनेक्टिविटी फीचर के तौर पर फोन में ब्लूटूथ ऑडियो शेयर सपोर्ट मिलेगा।

Tecno Spark G0 2020 के स्पेसिफिकेशन्स: Tecno के इस फोन में डुअल सिम सपोर्ट के साथ एंड्रॉयड 10 आधारित HiOS 6.2 दिया गया है। Tecno Spark Go 2020 में 6.52 इंच की एचडी प्लस डिस्प्ले है जिसका रेजोल्यूशन 720×1600 पिक्सल है। फोन में 1.8GHz का मीडियाटेक हीलियो A20 प्रोसेसर है जो कि एक क्वॉडकोर प्रोसेसर है। फोन में 2 जीबी रैम के साथ 32 जीबी की स्टोरेज मिलेगी जिसे मेमोरी कार्ड के जरिे 256 जीबी तक बढ़ाया जा सकेगा।

फोन में डुअल रियर कैमरा सेटअप है जिसमें मेन कैमरा 13 मेगापिक्सल का और दूसरा लेंस एआई लेंस है। कैमरे के साथ फ्लैश लाइट भी मिलेगी। वहीं सेल्फी के लिए आपको इस फोन में 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन में 5000mAh की बैटरी मिलेगी जिसे लेकर कंपनी ने 24 घंटे कॉलिंग और 15.6 घंटे गेमिंग का दावा किया है।

हेल्थ टिप्स/ मिश्री के सेवन करने से इन बीमारियों में मिलता है फायदा

कोटा। हम मिश्री यानी रॉक शुगर को माउथ फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। कई भारतीय रेस्टोरेंट में इसे भोजन के बाद सौंफ के साथ परोसा जाता है। मंदिरों में भी मिश्री को प्रसाद के तौर पर चढ़ाया जाता है।

मिश्री वो मिठास है जो भगवान श्री कृष्ण को भी माखन के साथ अर्पित की जाती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि रॉक शुगर के कई स्वास्थ्य लाभ हैं? आज हम आपको मिश्री के कई स्वस्थ्य लाभों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

डॉ. सुधींद्र श्रृंगी (एमडी आयुर्वेद) के अनुसार भले ही मिश्री स्वाद में मीठी तो होती ही है, लेकिन इसके सेवन से हमें कई लाभ मिलते हैं, क्योंकि मिश्री में औषधीय गुण भी होते हैं। ये शक्कर के मुकाबले कम केमिकल्स वाली होती है। मिश्री को पारंपरिक तरीके से बनाया जाता और इसलिए यह औषधीय गुणों से समृद्ध है।

​मिश्री के आयुर्वेदिक लाभ

  • मिश्री आंखों के लिए अच्छी होती है।
  • थकान (fatigue Kshatakshinahara) को मिठाने के लिए मिश्री सहायक है। आयुर्वेद में थकान को क्षताक्षिनहारा कहा जाता है।
  • आंखों के लिए अच्छी मानी जाती है।
  • मिश्री के सेवन से पुरुषों के स्पर्म (Shukra Vardhak) में सुधार होता है। शुक्रवर्धिका आयुर्वेद में स्पर्म को कहते हैं। (Boosts Fertility)
  • मिश्री बलकारक यानी ताकत बढ़ाती है। (Energy Booster)
  • मिश्री खाने से रक्तपित्तहर यानी खून का एसिड लेवल दुरुस्त रहता है।
  • ये छर्दिघ्न यानी उल्टी और जी मिचलाने की समस्या को दूर करती है।
  • मिश्रा वातनाशक यानी वात दोष को खत्म कर देती है।
  • सर्दी, खांसी और जुकाम को दूर कर देती है मिश्री। (Relieves Cough And Sore Throat)

​सबसे शुद्ध है मिश्री: मिश्री का उत्पादन भी गन्ने के पौधे के जरिए होता है, जो कि स्वभाविक तौर पर एक मीठा खाद्य पदार्थ है। इसे चीनी की सबसे शुद्ध मिठास मानी जाती है, क्योंकि इसमें व्हाइट शुगर की तरह केमिकल का प्रयोग नहीं होता है। डॉक्टर सुधींद्र श्रृंगी (एमडी आयुर्वेद) के अनुसार, यह बिना किसी रसायन के चीनी का सबसे शुद्ध रूप है।

​इन लोगों को नहीं खानी चाहिए मिश्री: कुछ लोगों को इसके सेवन न करने की सलाह भी देती हैं। उनका कहना है कि उच्च शर्करा स्तर यानी हाई शुगर लेवल (Diabetes), कोलेस्ट्रॉल, हार्मोनल इशु, ऑटोइम्यून जैसी बीमारियों से सूझ रहे लोगों को मिश्री सहित चीनी के सभी खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। फ्रूट्स से प्राप्त नेचुरल शुगर सही होती है। इनमेंहिए। ‘ कुछ हद तक शहद और मिश्री भी ली जा सकती है, लेकिन ज्यादा नहीं। वैसे आपको मीठे से बचना चाहिए।

कम मात्रा में करने से मिलते हैं लाभ: आइडल तौर पर मिश्री का सेवन कम मात्रा में किया जाना चाहिए। मिश्री को प्रकृति में सात्विक माना जाता है और आयुर्वेद इसे औषधि मानता है। आयुर्वेद में हर चीज की तरह, मिश्री का सेवन सावधानी बरतते हुए संयम से करना करने की सलाह दी गई। अगर इसका सेवन औषधि के रूप में किया जाए तो मिश्री आपके शरीर के लिए काफी सेहतमंद हो सकती है।

​मिश्री का उपयोग कैसे करें: आयुर्वेदिक चिकित्सक ने सुझाव दिया कि आप इसका उपयोग कड़वी दवाओं को निगलने के लिए कर सकते हैं। साथ ही नींबू जैसे फ्रेश ड्रिंक में मिलाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। इतना ही नहीं, यह एक एनर्जी बूस्टर है और खांसी और गले की खराश से राहत दिलाने के साथ-साथ प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। डॉ. ने रॉक शुगर को ब्रेस्टफीडिंग यानी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी अच्छा बताया है।

ज्वेलरी की भी होगी यूनिक आईडी, चोरी के गहने का पता लगाना होगा आसान

नई दिल्ली। गहने चोरी हो जाएं या कहीं गुम जाएं, अगर यह गलाए नहीं गए हैं तो इनके वास्तविक मालिक की पहचान आसानी से हो सकेगी। दरअसल, जिस तरह देश के सभी नागरिकों की पहचान आधार कार्ड में यूआईडी के जरिए की गई है, ठीक उसी तरह सरकार 1 जुलाई से ज्वेलरी के हर नग की विशिष्ट पहचान (यूआईडी) अनिवार्य बनाने जा रही है।

इस यूआईडी में बेचने वाले ज्वेलर का कोड और ज्वेलरी की पहचान दर्ज होगी। पुलिस या फिर कोई व्यक्ति जैसे ही बीआईएस द्वारा बनाए जा रहे मोबाइल एप में यह यूआईडी डालेगी तो यह पता चल जाएगा कि यह ज्वेलरी कब और कहां से खरीदी गई। ज्वेलर के पास इस बात की जानकारी भी होगी कि इस यूआईडी की ज्वेलरी उसने किस ग्राहक को बेची थी।

हॉलमार्क चार से घटकर तीन होंगे
ज्वेलरी में हॉलमार्किंग काफी समय पहले से हो रही है। उसमें चार मार्क होते हैं, जो बीआईएस का लोगो, शुद्धता, हॉल-मार्किंग सेंटर और ज्वैलर के बार में जानकारी देते हैं। अब नई यूआईडी आधारित हॉल-मार्किंग में मार्क की संख्या चार से घटाकर तीन कर दी गई है। इनमें बीआईएस का लोगो, शुद्धता और तीसरा समग्र सील होगी जो ज्वेलर और ज्वेलरी के बारे में बताएगा। इस व्यवस्था के बाद अशुद्ध और अमानक ज्वेलरी बेचने के कारोबार पर अंकुष लगाने में मदद मिलेगी।

1 सितंबर से लागू होगी हॉलमार्किंग
देश के 256 जिलों में गोल्ड ज्वेलरी (गहनों) की हॉलमार्किंग अनिवार्य हो गई है। इन जिलों में अब से ज्वेलर सिर्फ हॉलमार्किंग वाली ज्वेलरी ही खरीद बेच सकेंगे। सभी ज्वेलरी ट्रेडर्स को अपने पास पड़े पुराने स्टॉक पर हॉलमार्किंग के लिए सरकार ने 1 सितंबर तक का वक्त दिया है। तब तक उन्हें पुराने स्टॉक पर हॉलमार्किंग करवानी होगी। इस दौरान किसी भी व्यापारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

10% ज्वेलर्स पर भी नहीं है BIS का लाइसेंस
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता कहते हैं कि सरकार ने ज्वेलर्स को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 1 साल से ज्यादा का समय दिया था, लेकिन देश में इस समय करीब 5 लाख ज्वैलर है जिनमें से करीब 40 हजार लोगों ने इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। यानी 1 साल में 10% ज्वेलर्स ने भी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। कई ज्वेलर्स ऐसे हैं जिन्होंने जानबूझ कर इसके लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है।