नई दिल्ली। Stock Market Closed: हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को भी शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। निवेशकों को पिछले दो ट्रेडिंग सेशन में 6,77,068.38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 436.41 अंक या 0.51 प्रतिशत गिरकर 84,666.28 अंक पर बंद हुआ। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 120.90 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरकर 25,839.65 अंक पर बंद हुआ।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 300 से ज्यादा अंक गिरकर 84,742 पर खुला। खुलते ही इसमें गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान यह 700 से ज्यादा अंक गिर गया था। अंत में यह 436.41 अंक या 0.51 फीसदी गिरकर 84,666.28 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी गिरावट के साथ 25,867 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 25,728 अंक के इंट्रा-डे लो तक गया। अंत में 120.90 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरकर 25,839.65 पर बंद हुआ।
जियोजित इंवेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ”घरेलू शेयर बाजार आज कमजोर खुला। अमेरिकी फेड की नीति बैठक से पहले निवेशक सतर्क दिखे। रुपये की कमजोरी, एफआईआई की लगातार बिकवाली और अमेरिका–भारत ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता ने भी बाजार पर दबाव डाला।
आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। जबकि पीएसयू बैंक, रियल्टी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में खरीदारी रही। स्मॉल-कैप शेयरों ने अन्य इंडेक्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।”
उन्होंने कहा, ”वैश्विक बाजारों में भी दबाव बढ़ा है। ऐसा इसलिए क्योंकि जापान में बॉन्ड यील्ड बढ़ रही है और उम्मीद है कि बैंक ऑफ जापान अपनी दिसंबर बैठक में सख्त रुख अपना सकता है।
बाजार में आम तौर पर फेड के 25 बेसिस पॉइंट की दर कटौती और बैंक ऑफ जापान के दरों में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। लेकिन 2026 के लिए उनकी आगे की गाइडेंस बेहद अहम होगी। शार्ट टर्म में केंद्रीय बैंकों की टिप्पणियां, मुद्रा का उतार-चढ़ाव और एफआईआई फ्लो बाजार की दिशा तय करेंगे। जबकि घरेलू मैक्रो डेटा की मजबूती गिरावट को सीमित रखने में मदद कर सकती है।”
टॉप लूजर्स एंड गेनर्स
सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स, टेक एम, एचसीएल टेक, टाटा स्टील, मारुति सुजुकी, सन फार्मा, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फाइनेंस सेंसेक्स पर सबसे ज्यादा 4.6 प्रतिशत तक की गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर, इटरनल, टाइटन, अदानी पोर्ट्स, बीईएल और एसबीआई हरे निशान में रहे।
ब्रोडर मार्केटस में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 0.32 प्रतिशत ऊपर रहा और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 1.14 प्रतिशत ऊपर रहा। सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी आईटी, ऑटो और फार्मा सेक्टरों में लगभग 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा निफ्टी पीएसयू बैंक, एफएमसीजी, मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और केमिकल्स भी लाल निशान में रहे।
निवेशकों के ₹7 लाख करोड़ डूबे
शेयर बाजार में हालिया गिरावट से निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 46,493,974.43 करोड़ रुपये पर आ गया है। शुक्रवार को यह 471,71,042 करोड़ रुपये था। इस तरह, निवेशकों को पिछले दो ट्रेडिंग सेशन में 6,77,068.38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
चावल कंपनियों के शेयर टूटे
भारतीय चावल कंपनियों के शेयरों में मंगलवार (9 दिसंबर) को बाजार खुलते ही बड़ी गिरावट देखने को मिली। केआरबीएल, एलटी फूड्स और जीआरएम जैसी चावल कंपनियों के शेयर 10 फीसदी तक गिर गए। राईस स्टॉक्स में यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के ताजा बयान के चलते आई है।

