नई दिल्ली। Stock Market Closed : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) के रीपो रेट को 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने के फैसले से भारतीय शेयर बाजार बुधवार (1 अक्टूबर) को आखिरकार बढ़त में बंद हुए। इसी के साथ बाजार में 8 दिन से जारी गिरावट पर ब्रेक लग गई।
रेट सेंसटिव स्टॉक्स आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, कोटक बैंक और एक्सिस बैंक के शेयरों में तेजी से बाजार को सपोर्ट मिला। इंडेक्स हैवीवेट टाटा मोटर्स और सन फार्मा में खरीदारी से भी बाजार को पुश मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 80,173 अंक पर खुला। आरबीआई के फैसले से पहले इंडेक्स में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। लेकिन बाद में बढ़त दर्ज की गई। अंत में यह 715.69 अंक या 0.89 फीसदी की बढ़त के साथ 80,983.31 पर बंद हुआ।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) लगभग सपाट रहते हुए 24,620.55 अंक पर खुला। आरबीआई के फैसले के बाद इंडेक्स में बढ़त दर्ज की गई। अंत में यह तेजी को बरकरार रखते हुए यह 225.20 अंक या 0.92 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,836 पर बंद हुआ।
जियोजित इंवेस्टमेंट लिमिटेड में रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ”इक्विटी बाजार में आज व्यापक स्तर पर तेजी देखी गई। यह आरबीआई की नीति निर्णय से प्रेरित थी, जो उम्मीदों के अनुरूप रही। हालांकि, जून की तुलना में अधिक सकारात्मक लहजे के साथ आई। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा। आरबीआई की सौम्य नीति और भारत की जीडीपी वृद्धि दर का 6.5% से बढ़ाकर 6.8% करने का संशोधन भी विश्वास को और मजबूत करता है।”
उन्होंने कहा, ”कर्ज देने में आसानी के लिए पांच लक्षित उपायों ने भी समर्थन दिया। इनमें पूंजी बाजार के एक्सपोजर नियमों में ढील और इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग में वृद्धि शामिल है। तेजी बैंकिंग और कंज्यूमर स्टॉक्स की अगुवाई में आई। जबकि ऑटो सेक्टर में मजबूत बिक्री के चलते बढ़त दर्ज की गई। कुल मिलाकर, यह रिबाउंड बढ़ती सकारात्मकता को दर्शाता है और बाजार दिशा में संभावित बदलाव के शुरुआती संकेत भी देता है।”
शेयर बाजार में बुधवार को तेजी की वजह
- बाजार में पिछले आठ ट्रेडिंग से जारी गिरावट के बाद निवेशकों ने नीचले स्तरों पर खरीदारी की। इससे बाजार में जारी गिरावट का सिलसिला आखिर थम गया और इंडेक्स हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहे।
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दूसरी बार लगातार अपनी नीतिगत ब्याज दर को 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने के बाद बैंक शेयरों में हुई खरीदारी से बाजार को चढ़ने में मदद मिली।
- इसके अलावा फार्मा स्टॉक्स में तेजी ने भी शेयर बाजार में तेजी को समर्थन दिया। डोनाल्ड ट्रम्प से 3 साल की टैरिफ छूट मिलने के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में फार्मा स्टॉक में 8 फीसदी तक उछल गए। इसका असर भारतीय फार्मा स्टॉक्स पर भी पड़ा।

