नई दिल्ली। नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (NASSCOM) के टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 130 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाएं हमें तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। सरकार प्रौद्योगिकी उद्योग को अनावश्यक नियमन से बाहर निकालने का प्रयास कर रही है क्योंकि बंधनों में भविष्य का नेतृत्व विकसित नहीं हो सकता।
पीएम मोदी ने कहा कि आज 90% से ज्यादा लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं। कुछ लोग तो अपने गांव से काम कर रहे हैं। यह अपने आप में बड़ी ताकत बनने वाला है। 2 दिन पहले ही एक नीति में सुधार किया गया है। मैप और जियो स्पेशल डेटा को कंट्रोल से मुक्त कर इसे उद्योग के लिए खोला गया है। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनियाभर के देशों को कोरोना वैक्सीन दे रहा है।
पूर्व में भारतीय आईटी उद्योग घरेलू अवसर का उपयोग नहीं कर सका और डिजिटल स्तर पर अंतर बढ़ता गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डिजिटल संचार नीति भारत को एक वैश्विक डिजिटल उत्पाद केंद्र बनाने का प्रयास करेगी। भू-स्थानिक क्षेत्र को उदार बनाने से प्रौद्योगिकी क्षेत्र के स्टार्टअप को मदद मिलेगी, आत्मनिर्भर भारत अभियान सशक्त होगा। मोदी ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी में सुधार से काले धन की समस्या में कमी आयी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नैस्कॉम के टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम को संबोधित कर रहे हैं। नैस्कॉम का टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम के 29वें सम्मेलन का आयोजन 17 से 19 फरवरी 2021 तक किया गया है। इस साल के आयोजन का विषय, ‘शेपिंग द फ्यूचर टूवार्ड्स ए बेटर नॉर्मल’ है। तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में 30 से अधिक देशों के 1600 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।