पहले 30 करोड़ भारतीयों को मिलेगी कोरोना वैक्सीन, जानें कैसे होगा काम

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नई दिल्ली। कोरोना से निपटने के लिए भले ही अभी किसी दवा को केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दिए जाने की तैयारी की जा रही है। यूं तो हर देशवासी को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाए जाने की योजना है, लेकिन सबसे पहले 30 करोड़ लोगों को टीका लगेगा। इनमें वे लोग शामिल हैं, जो कोरोना वॉरियर्स हैं या फिर 65 साल से अधिक की आयु के हैं। केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को इसके लिए तैयारी करने को कहा गया है। मंगलवार को नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने मुख्यमंत्रियों को एक प्रजेंटेशन देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए पोलिंग बूथ की तरह टीमों का गठन होगा और ब्लॉक लेवल पर रणनीति तैयार की जाएगी।

पॉल ने कहा कि सरकारी एवं निजी डॉक्टरों को इस अभियान में विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके अलावा जनभागीदारी के लिए भी प्रयास किए जाएंगे और उन्हें उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव राजेश भूषण ने प्रजेंटेशन के दौरान कहा कि दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और राजस्थान में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं और यह चिंता की बात है। यही नहीं इन राज्यों में मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। प्रजेंटेशन में बताया गया कि दिल्ली में हर दिन औसतन 111 मौतें प्रतिदिन हो रही हैं। बीते एक सप्ताह से यह आंकड़ा बना हुआ है।

इसके अलावा शुरुआती दौर में अच्छा परफॉर्म करने वाले राजस्थान में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं और पॉजिटिविटी रेट 21 पर्सेंट के करीब हो गया है। यही नहीं दक्षिण भारतीय राज्य केरल में भी पॉजिटिविटी रेट 15.3 पर्सेंट हो गया है। इसके अलावा दिल्ली में 13.5 फीसदी है। महाराष्ट्र में अब भी हालात चिंताजनक हैं और हर दिन औसतन 93 लोगों की कोरोना के चलते बीते एक सप्ताह से मौतें हो रही हैं।

हालांकि राज्यों में पॉजिटिविटी रेट तेजी से घटते हुए 8.2 पर्सेंट ही रह गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना को लेकर आशंका जताई है कि सर्दियों और वायु प्रदूषण के चलते उत्तर भारत में इसका खतरा और बढ़ सकता है। होम मिनिस्टर ने स्थितियों का आकलन करने को कहा है। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा कि बारीकी से विश्लेषण करने पर पता चलेगा कि लापरवाही भी कुछ बढ़ी है और अब राहत के साथ नहीं रहा जा सकता।

गृहमंत्री शाह बोले, अब ढीलाई नहीं होनी चाहिए: अमित शाह ने कहा कि कोरोना के चलते मृत्यु दर में कमी आई है और इससे लोगों में भय खत्म हुआ है, लेकिन नियमों का पालन किया जाना चाहिए। अमित शाह ने कहा कि कंटेनमेंट जोन्स को नए सिरे से तय किया जाना चाहिए। इसके अलावा मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को मानने और टेस्टिंग आदि में ढीलाई नहीं करनी चाहिए।