जयपुर। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) का इंतजार कर रहे प्रदेश के 10 लाख से अधिक युवाओं के लिए खुशखबरी है। सरकार अगले माह रीट की प्रक्रिया शुरू करेगी। परीक्षा अगले साल फरवरी में प्रस्तावित है। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने रविवार को इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कुछ वर्गों को रीट की पात्रता प्राप्त करने के लिए अंकों में छूट देने की योजना है।
इसके लिए नियमों में संशोधन की प्रक्रिया चल रही है। संशोधन इसी महीने पूरा हो जाएगा। संशोधन का काम पूरा होते ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को हम रीट की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश देंगे। संभवता नवंबर में रीट का विज्ञापन जारी हो जाएगा। पेपर बनाने और आवेदन लेने में करीब तीन माह का समय लगता है। इसको देखते हुए मेरा मानना है कि फरवरी में कभी भी रीट की परीक्षा हो सकती है।
फरवरी में परीक्षा के पीछे प्रमुख कारण माना जा रहा है कि अभी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पास केवल 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए आवेदन पत्र लेने के अलावा अभी कोई अधिक काम नहीं है। कोरोना के कारण इस बार बोर्ड की परीक्षाएं भी मार्च में ना होकर अप्रैल में होने की संभावना है। इसलिए नवंबर से फरवरी के बीच बोर्ड रीट का आयोजन आसानी से कर सकता है।
भर्ती के लिए अलग से नहीं होगी परीक्षा
शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि रीट परीक्षा के परिणाम के बाद शिक्षा विभाग 31 हजार पदों पर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू करेगा। सीएम गहलोत ने पिछले दिनों 31000 पदों पर तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती को मंजूरी दी थी। शिक्षक भर्ती के पैटर्न में इस बार बदलाव होना है। डोटासरा का कहना है कि भर्ती के लिए अलग से परीक्षा नहीं होगी। केवल वेटेज में बदलाव होगा। भर्ती की मेरिट के लिए रीट-आरटेट का वेटेज बढ़ाया जा सकता है।