कोरोना काल में 1.6 लाख करोड़ का विदेशी निवेश मिला
नई दिल्ली। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने एक बार फिर देश की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नीति की सराहना की है। कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) की ओर से शनिवार को आयोजित मिशन-2020 समिट में बोलते हुए अमिताभ कांत ने कहा कि भारत की एफडीआई नीति पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा उदार है।
अमिताभ कांत ने कहा कि उदार एफडीआई नीति की बदौलत हमने भारी विदेशी निवेश को आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान हमें 22 बिलियन डॉलर करीब 1.6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का विदेशी निवेश मिला है। इसमें से करीब 98 फीसदी विदेशी निवेश आटोमैटिक रूट के माध्यम से आया है। नीति आयोग के सीईओ का बयान ऐसे समय में आया है जब कोविड-19 के कारण पूरी दुनिया के साथ भारत भी आर्थिक स्लोडाउन की ओर जा रहा है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में लगाई लंबी छलांग
उन्होंने कहा कि विश्व बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस लिस्ट में भारत ने करीब 79 स्थानों की छलांग लगाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस लिस्ट में भारत इस साल टॉप-50 में आ जाएगा और अगले साल हमने टॉप-3 में स्थान बना लेंगे। अमिताभ कांत ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद भारत को जीवन और आजीविका पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। खासतौर पर अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना होगा।
मुकेश अंबानी ने जुटाए 1.5 लाख करोड़ रुपए
कोरोना काल में अप्रैल से अब तक तक सबसे ज्यादा विदेशी निवेश मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाले जियो प्लेटफॉर्म्स ने जुटाया है। मुकेश अंबानी ने वैश्विक कंपनियों को जियो प्लेटफॉर्म्स की 32.94 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर करीब 1.5 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश करने वाली कंपनियों में फेसबुक और गूगल प्रमुख हैं।