कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया, केंद्र सरकार को कोसा
कोटा। सत्ता के मद में चूर कांग्रेसी धरना-प्रदर्शन के दौरान कोरोना काल में मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंस का भी पालन भी नहीं कर रहे हैं। यहां तक कि जयपुर में राजभवन जाते समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और आज कोटा में शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने मास्क नहीं लगा रखा था।
प्रदेश में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच शनिवार को कांग्रेस की ओर से कलेक्ट्रेट पर धरना दिया गया। धरना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुट और सचिन पायलट गुट के बीच हुए टकराव के बाद उपजे हालातों को लेकर दिया गया था । मुद्दा भले ही प्रदेश की सियासत का था, लेकिन यहां हर किसी ने केन्द्र सरकार को जमकर कोसा।
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शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य में लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है। जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं और केन्द्र में भाजपा की सरकार आई है, तब से किसी न किसी तरह से लोकतंत्र की हत्या हो रही है। कई राज्यों की चुनी हुई सरकारें साजिश रचकर गिरा दी गईं।
पूर्व प्रदेश महामंत्री पंकज मेहता ने कहा, लोकतंत्र में सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष का भी बड़ा महत्व होता है। इसके बाद भाजपा यही कहती रही है कि देश को कांग्रेस मुक्त बनाना है। कर्नाटक और मध्यप्रदेश में सरकार को गिराया और अब यही षड्यंत्र राजस्थान के लिए रचा जा रहा है।
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें राज्यपाल को विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति देने सहित कई मांगें रखी हैं। कलक्टर को ज्ञापन सौंपते समय सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं की गई और शहर अध्यक्ष त्यागी ने मास्क भी नहीं लगा रखा था।
इससे पहले चौराहे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का पुतला लेकर नारेबाजी की। पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा, शिवकांत नंदवाना, नईमुद्दीन गुड्डू, अमित धारवारील, राकेश सोरल, डॉ. जफर मोहम्मद, किशोर मदनानी, कैथून नगर पालिका अध्यक्ष आइना महक, विजय सोनी, गोविंद शर्मा, राखी गौतम, अनिल सुवालका, रामेश्वर सुवालका, राजीव आचार्य, विजय सिंह राजू, अख्तरखान अकेला, श्यामसिंह जादौन, मंजू मेहरा, नीरज शर्मा, ईश्वर गंभीर सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।