कोटा। एक तरफ जहां दुनियाभर में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से लॉकडाउन है और सबकुछ बंद है, लोग एक दूसरे से दूर हैं, वहीं स्टूडेंट्स के इंजीनियरिंग और मेडिकल में कॅरियर बनाने के विख्यात कोटा शहर और विशेष रूप से यहां का एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट इन दिनों एक अलग ही सरोकार के चलते पूरे देश में चर्चा में है।
राजस्थान सरकार के सहयोग और जिला प्रशासन के प्रयासों तथा एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के साथ से कोटा से पिछले 13 दिनों में 27 हजार स्टूडेंट्स की सकुशल रवानगी हो चुकी है। इसमें पूरे देश के 14 राज्यों और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों के स्टूडेंट्स शामिल हैं। सकुशल रवानगी और घर पहुंचने के बाद जहां स्टूडेंट्स कोटा और एलन को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं, वहीं इन प्रयासों को विभिन्न राज्यों की सरकारें भी सराह रही है।
स्टूडेंट्स की रवानगी के क्रम में गुरुवार को सुबह 4 बसों में ओडिशा के राउरकेला के लिए 114 स्टूडेंट्स, 58 बसों में 1204 स्टूडेंट्स महाराष्ट्र के लिए रवाना हुए। घर के लिए रवाना होने से पूर्व महाराष्ट्र की सांसद सुप्रिया सुले और कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल ने स्टूडेंट्स से बात की। बसों में बैठने के साथ ही जब स्टूडेंट्स से बात की तो उन्होंने खुशी का इजहार करते हुए मराठी में कहा कि ‘‘आज आमहि खुप आनंद आहोत‘‘ यानी आज हम बहुत खुश हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व दिग्गज नेता शरद पंवार की बेटी व बारामती से सांसद सुप्रिया सुले तथा महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल ने कोटा के लैंडमार्क सिटी स्थित एलन संज्ञान कैम्पस से रवाना हो रहे रवाना होने से पहले एलन स्टूडेंट्स से वीडियो कॉलिंग पर बात की। सुप्रिया सुले ने एलन के बिल्डिंग प्रिंसिपल माणक मेहता से भी बात की। सुले ने कोटा का बहुत-बहुत आभार जताया।
मेहता ने बताया कि कोटा से रवाना हो रही हर बस को सेनेटाइज किया जा रहा है। यहां स्टूडेंट्स का थर्मल टेम्परेचर टेस्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही मास्क वितरित किए जा रहे हैं। स्टूडेंट्स को अल्पाहार के साथ भोजन भी साथ में दिया जा रहा है। इसके बाद सुले ने कहा कि कोटा ने हमारे स्टूडेंट्स को अभिभावकों से भी बढ़कर प्यार दिया है।