जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जिला परिषद के सीईओ ऑफिस में 2 लाख रुपए की घूस लेने और देने के आराेप में संविदा पर कार्यरत डिस्ट्रिक कॉर्डिनेटर सहित तीन लाेगाें काे गिरफ्तार कर लिया। डिस्ट्रिक कॉर्डिनेटर राकेश शर्मा स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत गांवों में कार्यशालाएं आयाेजित करने काे लेकर 1.71 कराेड़ रुपए के बिल पास करने की एवज में 2 लाख रुपए ले रहे थे, जबकि एनजीओ राजस्थान ह्यूमन केयर फाउंडेशन की ओर से दलाल ओमप्रकाश कुमावत यह राशि लेकर पहुंचे थे।
बाद में इस एनजीओ के संचालक विष्णु शकुनिया काे भी गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी ने जिला परिषद ऑफिस और एनजीओ ऑफिस से इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी दस्तावेज और तीनाें आराेपियाें के माेबाइल जब्त कर लिए हैं। एसीबी काे जिला परिषद कार्यालय सहित कई विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध मिली है, जिनकी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस बिल काे पास करने के बदले में 10 लाख रुपए की घूस दी जानी थी। इनमें से पहली किस्त के रूप में 4.50 लाख रुपए दिए जा चुके थे, जबकि दूसरी किस्त के रूप में 2 लाख रुपए दिए जा रहे थे।
एसीबी के आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि करीब 15 दिन पहले सूचना मिली थी कि कार्यशालाएं आयोजित करने के नाम पर जिला परिषद से करीब पौने दो कराेड़ रुपए का बिल पास होने वाला है। बिल में फर्जीवाड़ा होने के कारण रिश्वत दी जाएगी। इस सूचना के बाद संविदाकर्मी राकेश सहित कई लोगों के फोन सर्विलांस पर लिए गए। मंगलवार शाम को दो लाख रुपए की रिश्वत लेकर जैसे ही ओमप्रकाश ने राकेश काे दी, उसे पकड़ लिया गया। एसीबी ने दूसरी टीम ने एनजीओ संचालक विष्णु काे पकड़ा।