जयपुर। यदि आपके पास कुरियर के जरिए किसी चीज की डिलीवरी हाेने वाली है ताे आपको सावधान रहने की जरूरत है। साइबर ठग डिलीवरी देने के बहाने उपभाेक्ता काे UPI लिंक भेजकर खाते से पैसे उड़ा रहे हैं। शातिर साइबर ठग ऐसे लाेगाें काे भी निशाना बनाते हैं, जिनके पास किसी चीज की ऑनलाइन डिलीवरी पहुंचने वाली है।
ऐसे में पीड़ित व्यक्ति काे जरा भी शक नहीं हाेता कि उसके साथ ठगी हाेने वाली है। ऐसे ही दाे अलग-अलग मामलाें में छह खाताें से 2 मिनट में एक लाख रु. से ज्यादा की ठगी सामने आई है। मालवीय नगर निवासी अनिल यादव के पास आईसीआईसीआई बैंक का क्रेडिट कार्ड ब्लूडार्ट कोरियर कंपनी से घर पहुंचना था।
कार्ड का डिलीवरी एड्रेस चेंज करवाने के लिए अनिल ने गूगल पर ब्लूडार्ट के नम्बर सर्च कर संपर्क किया। बाद में अनिल के पास 9861661239 और 6206417312 नम्बराें से फाेन आया । फाेन करने वाले खुद ब्लूडार्ट का प्रतिनिधि बताया, एड्रेस बदलने के लिए 9330868598 नम्बर से UPI लिंक भेज रजिस्ट्रेशन करने काे कहा।
अनिल ने जैसे ही लिंक पर क्लिक किया ताे पीएनबी खाते से पांच बार में 49 हजार 995 और SBI से पांच हजार उड़ गए। अनिल FIR दर्ज कराने थाने पहुंचे तो पुलिस ने केस दर्ज करने में भी टालमटोल की। इसी तरह महारानी फार्म स्थित गायत्री नगर निवासी सीए अर्पित कुमार जैन के पास काेटेक महिन्द्रा बैंक के डेबिट कार्ड की डिलीवरी ब्लूडार्ट से हाेनी थी।
30 अक्टूबर ताे अर्पित के माेबाइल पर 9330061062 नम्बर से काॅल आया। काॅल करने वाले ठग ने ब्लूडार्ट का प्रतिनिधि बताते हुए डेबिट कार्ड डिलीवरी के 10 रुपए का रजिस्ट्रेशन करने काे कहा। चूंकि अर्पित ने डेबिट कार्ड के लिए आवदेन किया था ताे उसे शक भी नहीं हुआ कि काॅल साइबर ठग ने की है। फाेन पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करते ही अर्पित के पीएनबी, युनाईटेड, एचडीएफसी बैंक और पेटीएम वाॅलेट से करीब 55 हजार रुपए निकल गए।