नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री आरोग्य योजना के तहत आपको जल्द ही आपको कई सौगात मिल सकती हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण जल्द ही आयुष्मान योजना के तहत कैंसर का इलाज और घुटना बदलवाने जैसी प्रमुख सर्जरी की विकल्प भी दे सकता है। इसको लेकर प्राधिकरण ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान भारत योजना के तहत दिए जाने वाले 1300 मेडिकल पैकेज की समीक्षा के लिए नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद के पॉल के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी में स्वास्थ्य सचिव और आयुष्मान भारत के सीईओ भी शामिल हैं। कमेटी ने अब अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है।
कमेटी की सिफारिशों के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना के तहत कैंसर केयर और इम्प्लांट सर्जरी जैसी सुविधाएं भी लाभार्थियों को दी जा सकती हैं। कमेटी ने इलाज के बदले अस्पतालों को किए जाने वाले भुगतान में भी बदलाव की सिफारिश की है। रिपोर्ट के अनुसार, 200 पैकेज के भुगतान बढ़ोतरी और 63 पैकेज के भुगतान में कमी की जा सकती है।
बंद की जा सकती है मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा
एक्सपर्ट कमेटी ने आयुष्मान भारत के तहत उपलब्ध कराई जा रही मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा को बंद करने का फैसला किया है। कमेटी का कहना है कि आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं लेने वालों को दोहरे लाभ से रोकने के लिए कोई सिस्टम नहीं है। जबकि अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत भी मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
ऐसे में आयुष्मान भारत के तहत मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा बंद की जाए। आपको बता दें कि राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत सरकार मुफ्त मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा प्रदान कर रही है। कमेटी की ओर से तैयार की गई सिफारिशों को 11 सितंबर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की गवर्निंग बॉडी की बैठक में रखा जाएगा। इस बैठक में ही इन सिफारिशों पर अंतिम फैसला होगा।