नई दिल्ली। भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) जल्द ही इनीशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) के क्षेत्र में उतरेगी, जो मौजूदा वक्त में रेलवे टिकट बुकिंग और खानपान का काम देखती है। आईआरसीटीसी ने गुरुवार को इस बाबत भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपने दस्तावेज जमा करा दिए हैं।
सरकार IPO में बिक्री पेशकश के जरिए 10 रुपए अंकित मूल्य के 2 करोड़ शेयर बिक्री के लिए पेश करेगी। ऐसे संभावना है कि इसके जरिए करीब 500 से 600 करोड़ रुपए आएंगे। सरकार आईआरसीटीसी के आईपीओ के लिए कंपनी में अपने स्टेक को 12.5 प्रतिशत तक घटा सकती है।
आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और यस सिक्योरिटीज (इंडिया) इस निर्गम का प्रबंधन करेंगी। कंपनी के शेयरों को बंबई शेयर बाजार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया जाएगा।
सरकार का 1.05 ट्रिलियन रुपए के विनिवेश के लक्ष्य
सरकार आईआरसीटीसी के आईपीओ के जरिए मौजूदा वित्त वर्ष में करीब 1.05 ट्रिलियन रुपए का विनिवेश करेगी। बता दें कि सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 में करीब 85 हजार करोड़ रुपए इकट्ठा करने का बजट टारगेट रखा था। इसमें से 62,900 रुपए आईपीओ, शेयर के बायबैक, ETFs और FFOs के जरिए हासिल करने का प्लान था। वहीं 15 हजार करोड़ रुपए स्ट्रैटजिक विनिवेश और 6 हजार करोड़ रुपए प्राइवेट लिस्टिंग फर्म के शेयर में बिक्री से मिलना था।
निवेश से पहले जानें IRCTC की कमाई
अगर आप आईआरसीटीसी के आईपीओ में निवेश के बारे में सोच रहें, तो उससे पहले आपको उसकी वित्तीय हालात के बारे में जानकारी होनी चाहिए। बता दें कि आईआरसीटीसी का बिजनेस चार सेगमेंट इंटरनेट टिकटिंग, कैटरिंग, रेल नीर के तहत पीने के पानी की पैकजिंग और ट्रैवल एंड टूरिज्म में बंटा है।
इसकी सेल 25 प्रतिशत बढ़कर 1899 करोड़ रुपए हो गई है, जबकि इस साल मुनाफा वित्त वर्ष 2018 के मुकाबले 23.5 प्रतिशत बढ़कर 272 करोड़ रुपए हो गया है। आईआरसीटीसी पर रोजाना करीब 7.2 मिलियन लोग लॉग-इन करते हैं, जबकि रोजाना 8 लाख टिकट बुक किए जाते हैं। आईआरसीटीसी को आधे से ज्यादा मुनाफा कैटरिंग के कारोबार से आता है। इसके मुनाफे में 12 प्रतिशत योगदान टिकटिंग का है।