पेटीएम फाउंडर का डेटा चुराने वाले खरीदना चाहते थे प्रॉपर्टी

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नोएडा। पेटीएम फाउंडर और एमडी विजय शेखर और उनके भाई अजय शेखर को ब्लैकमेलिंग करने वाले आरोपियों के बारे में नया खुलासा हुआ। पुलिस को आशंका है कि आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम प्रॉपर्टी खरीदने के मकसद से दिया। प्रॉपर्टी करोड़ों रुपए की थी। इनके पास इतना पैसा नहीं था।

ब्लैकमेल कर यह पैसा पाना चाहते थे। कोर्ट ने मंगलवार को तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सोनिया ने विजय शेखर के मोबाइल और लैपटॉप से डेटा चोरी किया था। इसकी एवज में 20 करोड़ रुपए की मांग की थी।

पुलिस ने बताया कि कॉरपोरेट कम्युनिकेशन की वाइस प्रेसिडेंट सोनिया धवन और एडमिन कर्मचारी देवेंद्र के घर से हार्ड डिस्क भी मिली। इसमें कंपनी से जुड़े काफी अहम डेटा हैं। इसके अलावा कई ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मिली हैं।

पुलिस इन सभी डेटा की फॉरेंसिक जांच कराएगी, जिससे ब्लैकमेलिंग करने की पुष्टि की जा सके। पुलिस का दावा है कि इसी हार्ड डिस्क में सोनिया धवन ने कंपनी से चोरी किए हुए डेटा को सेव कर रखा था।

पुलिस ने मांगी रिमांड, अनुमति नहीं मिली : पहले, नोएडा सेक्टर-20 थाने की पुलिस ने आरोपी सोनिया धवन को सेक्टर-39 स्थित महिला थाने में सोमवार रात रखा। मंगलवार को उन्हें कोर्ट में पीछे के गेट से दोपहर दो बजे पेश किया।

पुलिस ने धमकी भरे वाट्सएप मैसेज, कॉल रिकॉर्डिंग, इंटरनेट कॉल की दूसरे मोबाइल में रिकॉर्ड की ऑडियो कई दस्तावेज प्रस्तुत किए। इनके आधार पर सोनिया को जेल भेजने की मांग की। जिसके आधार पर तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने 3-4 दिन की रिमांड की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने अनुमति नहीं दी।

अजय शेखर ने सोमवार को नोएडा में सेक्रेटरी सोनिया धवन, इसके पति रूपक जैन, कंपनी के एडमिन कर्मचारी देवेंद्र और कोलकाता के रोहित के खिलाफ धोखाधड़ी करने, ब्लैकमेल करने और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने सोमवार रात में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

एसएसपी बोले- वॉयस सैंपल की भी होगी फॉरेंसिक जांच : एसएसपी डॉ. अजयपाल ने बताया कि पेटीएम मामले में जिन नंबरों से धमकी मिली है और फोन पर बात हुई उसकी फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी।

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इसके अलावा हार्ड डिस्क में मिले डेटा को किस तरह से कैसे चुराया गया और उसका किस तरह से दुरुपयोग किया जा सकता था, इसकी जांच भी साइबर एक्सपर्ट करेंगे। इसके लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है। कोलकाता में मौजूद चौथे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किया जा रहा है।