नोएडा। उदय सिंह कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पीएफ में गड़बड़ी की आशंका के चलते 83 बहुराष्ट्रीय कंपनी को नोटिस भेजे हैं। इन कंपनियों द्वारा कर्मचारियों के खाते में कम पीएफ जमा करने की आशंका है। इनमें से 10 बहुराष्ट्रीय कंपनियों की जांच भी शुरू कर दी गई है।
शहर में 200 से अधिक बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं। इनमें एक हजार से अधिक विदेशी कर्मचारी भी कार्यरत हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) करे जांच में पता चला है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां जानबूझकर वेतन में मूल वेतन और महंगाई भत्ते का हिस्सा बहुत ही कम दिखा रही हैं, जिससे पीएफ कम जमा करना पड़े। लिहाजा विभाग इन कंपनियों के पीएफ के विभिन्न पहलुओं की जांच करेगी।
शुरुआती जांच के बाद 83 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में नोटिस भेजे जा चुके हैं। विभाग को 40 से 50 करोड़ रुपये के पीएफ चोरी की आशंका है। तीन सप्ताह के अंदर सभी कंपनियों की जांच भी कर ली जाएगी। बाकी कंपनियों को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है।
एक कंपनी ने सवा करोड़ रुपये जमा किए: ईपीएफओ ने बहुराष्ट्रीय कंपनी द्वारा नियमानुसार पीएफ जमा नहीं करने पर इंडिया स्टील समिट प्राइवेट लिमिटेड को एससीएन जारी किया। एससीएन जारी होने के बाद कंपनी ने 1,18,72,458 रुपये जमा कर दिए।
कम पीएफ राशि जमा की
बहुराष्ट्रीय कंपनियों के विदेशी कर्मियों के खातों में कम पीएफ राशि जमा की गई है, जो नियमानुसार गलत है। ऐसी 83 कंपनियों को नोटिस भेज दिए गए हैं। इनमें से 10 कंपनियों की जांच शुरू कर दी गई है। –नरेंद्र कुमार सिंह, क्षेत्रीय आयुक्त, ईपीएफओ
इन कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू
वीवो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, किहिन इंडिया मैन्यूफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड, होंडा मोटर, होंडा एक्सेस इंडिया, होंडा सिएल पावर प्राडेक्टर लिमिटेड, एसीस कम्यूनिकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एजहोफ कंट्रोलर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ओपो मोबाईस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, टीएस टेक सन (इंडिया) लिमिटेड और स्टेरिया इंडिया लिमिटेड।