महिलाओं को अब इस कटौती के साथ 8.35 प्रतिशत की दर पर आवास ऋण उपलब्ध होगा
मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सस्ते मकानों के आवास ऋण पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है। योजना के तहत कर्ज लेने वाली महिलाओं को अब इस कटौती के साथ 8.35 प्रतिशत की दर पर आवास ऋण उपलब्ध होगा। सरकार की सस्ते मकानों की इस नई योजना के तहत 30 लाख रुपये तक आवास ऋण लिया जा सकता है।
स्टेट बैंक के प्रबंध निदेशक (राष्ट्रीय बैंकिंग) रजनीश कुमार ने बताया कि पुरुष ग्राहकों के लिए यह सीमित अवधि की योजना 31 जुलाई तक के लिए उपलब्ध है। इसमें वेतनभोगी वर्ग के लिए ब्याज दर 0.20 प्रतिशत घटाकर 8.40 प्रतिशत की गई है जबकि गैर-वेतनभोगी वर्ग के लिए इसमें 0.15 प्रतिशत की कटौती की गई है।
इसी प्रकार वेतनभोगी महिला ग्राहकों के लिए योजना के तहत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती उपलब्ध होगी और उन्हें 8.35 प्रतिशत दर पर आवास ऋण उपलब्ध होगा। वहीं गैर-वेतनभोगी महिलाओं के लिए ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत की कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि आवास ऋण लेने वालों के लिए यह बड़ी कटौती है।
ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कमी का मतलब मासिक किस्त (ईएमआई) में 530 रुपये की बचत होना है। नई दरें कल से प्रभावी होंगी। कुमार ने कहा कि यह प्रधानमंत्री की 2022 तक सभी को अपना घर उपलब्ध कराने की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि एसबीआई इस मामले में बैंक उद्योग में सबसे कम दरों की पेशकश कर रहा है।
उन्होंने बताया कि एसबीआई का कुल आवास ऋण 2,230 अरब रुपये पर पहुंच चुका है। इस लिहाज से उसकी बाजार हिस्सेदारी 25-26 प्रतिशत बैठती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस नई पेशकश से बैंक की बाजार हिस्सेदारी पर खास फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि इस 2,230 अरब रुपये के ऋण में से 45 प्रतिशत 30 लाख रुपये से कम का है।