कोटा। पांच साल से ऑनलाइन कत्थक सीखा रही है गरिमा भार्गव । ऑनलाइन एजुकेशन का क्रम 2013 से जारी है। वर्ल्ड डांस डे फेस्टिवल, मैक्सिको में 52 देशों के प्रतिनिधियों के बीच कथक की प्रस्तुति दे चुकीं गरिमा अब मैक्सिको और दुबई में एकल और ग्रुप में ऑनलाइन 50 स्टूडेंट्स को पढ़ा रही हैं।
हफ्ते में दो दिन इनकी थ्योरी और प्रैक्टिकल कक्षाएं चलती हैं। इन देशों के स्टूडेंट्स को वे ऑनलाइन कथक की विभिन्न भाव-भंगिमाएं समझाती हैं। वे मैक्सिको से उनके शिष्य भी कोटा विजिट कर चुके हैं। गरिमा का कहना है कि 2011 में भारतीय विदेश मंत्रालय और इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन के माध्यम से वो मैक्सिको में भारत की तरफ से दो साल तक पहले इंडियन कल्चर ऑफिसर रह चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि यह त्रेता युग की प्राचीन नृत्य विधा है। पिछले सालों से वो चार साल से लेकर 48 साल के स्टूडेंट्स को कथक की ट्रेनिंग दे रही हैं। विश्व नृत्य दिवस पर 2012 में मैक्सिको में हुए आयोजन में उन्होंने 45 मिनट तक कथक की प्रस्तुति दी। प्रोग्राम खत्म होने के बाद लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाई और सैल्यूट भी किया।