नई दिल्ली। संसद में बजट सत्र के आखिरी दिन लोकसभा में अयोध्या के राम मंदिर पर चर्चा हुई। पीएम मोदी के संबोधन के साथ सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर राज्यसभा में भी चर्चा की गई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और सदन के नेता पीयूष गोयल ने चर्चा में भाग लिया।
पीएम मोदी लोकसभा में संबोधित करने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे। इससे पहले सदन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, जब हम राम जन्मभूमि और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर चर्चा करते हैं, तो मेरे लिए यह सिर्फ एक विषय पर बोलने जैसा नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे संसद में इतने पवित्र और ऐतिहासिक विषय पर बोलने का अवसर मिला। यह हम सभी के लिए गौरव का क्षण है कि हम रामलला की प्राण प्रतिष्ठा देख रहे हैं। हम इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बने…यह ईश्वरीय आशीर्वाद के बिना संभव नहीं है।
इसलिए, हमें भगवान का आभारी होना चाहिए जिसने हमें यह सौभाग्य दिया…528 से 2023 तक, कई पीढ़ियां बीत गईं…भगवान राम का वनवास 14 साल लंबा था लेकिन मंदिर निर्माण के लिए 500 साल से भी अधिक लंबा इंतजार करना पड़ा।
इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने बीते पांच साल में हुए कामकाज और राज्यसभा की उत्पादकता पर बात की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले उन्होंने 11 दिनों का अनुष्ठान कर देश-दुनिया को बड़ा संदेश दिया।