कोटा। Kota Dussehra 2023: राष्ट्रीय मेला दशहरा- 2023 के उद्घाटन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत आशापुरा माताजी के गुणगान के साथ की गई। किशोरपुरा स्थित मंदिर पर भजन गायिका भावना पण्डित और कोमल शर्मा ने अपनी गायकी से चांदनी रात में लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भजन संध्या की शुरुआत सहायक मेला अधिकारी मुख्य अभियंता प्रेमशंकर शर्मा ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
भावना पंडित ने भजन संध्या की शुरुआत में “दुर्गा है मेरी मां.. अंबे है मेरी मां..” गाया तो भक्तों ने दुर्गा मैया के जयकारों से आसमान गूंजा दिया। इसके बाद उन्होंने “चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है…” गाकर माता का गुणगान किया। वहीं ठाकुर जी को रिझाते हुए अपना सुपर हिट भजन “बजाओ ना मुरली की तान… मोहन से मिला दे राधे..” की प्रस्तुति दी तो हर कोई झूम उठा।
इसके बाद गायिका कोमल शर्मा ने भी “दिल में तू श्याम नाम की..” गाकर ठाकुर जी को रिझाया। माता का गुणगान करते हुए कोमल शर्मा ने “मेरी मैया मेरे घर आई… ऊंचे ऊंचे मंदिरों वाली तेरी हो रही जय जयकार.. मैया राखो मेरी लाज.. बोल मैया बोल तुझे लाल क्यों पसंद है…” सरीखे भजनों की प्रस्तुति दी। इसके बाद उन्होंने भजनों की ऐसी सरिता बहाई कि भक्त सराबोर नजर आए। भजन संध्या के दौरान आशापुरा माताजी के जयकारोें से आसमान गूंज उठा। इससे पहले गिरीश कृपलानी ने गणेश वंदना “जय गणपति वंदन गणनायक…” की प्रस्तुति दी। संचालन कपिल वर्मा ने किया।
झांकियों ने मनमोहा
भजन संध्या के दौरान मंच पर एक से बढ़कर एक झांकियों ने भक्तों का मनमोह लिया। इस दौरान राधेकृष्ण, राम दरबार, गणपति और हनुमान समेत विभिन्न झांकियां बनाई गई थी। झांकी के साथ मयूर नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई।