मांगरोल में सीएडी कॉलोनी की जमीन उपजिला चिकित्सालय को देने का विरोध

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चंबल जल परियोजना समिति ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा

कोटा। मांगरोल में उपजिला चिकित्सालय खोलने के लिए सीएडी कॉलोनी की जमीन देने के विरोध में बुधवार को चंबल जल परियोजना समिति के सभापति सुनील गालव की अगुवाई में संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान क्षेत्र के किसान और जल उपयोक्ता संगमों के अध्यक्ष भी साथ थे।

प्रतिनिधिमण्डल ने सम्भागीय आयुक्त को बताया कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2021-22 में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मांगरोल को उपजिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया गया है। जिसके लिए सिंचाई विभाग की जमीन को अवाप्त किया गया है। इस जमीन से मांगरोल उपखंड के अधीन दाईं मुख्य नहर एवं इससे निकलने वाली 1 ब्रांच, 5 वितरिकाओं सहित 57 माईनरों की देखरेख की जाती है। जिसके अन्तर्गत अन्ता व पीपल्दा क्षेत्र की लगभग 23600 हैक्टेयर भूमि सिंचित होती है।

साथ ही मांगरोल उपखंड से मध्यप्रदेश को दिया जाने वाला पानी भी नियंत्रित किया जाता है। सीएडी कॉलोनी की भूमि पूर्व में भी 4 बीघा अस्पताल व 2 बीघा पुलिस थाना मांगरोल को आवंटित कर दी गई है। इस तरह से बार-बार प्रशासन द्वारा सीएडी की भूमि को अन्य विभाग के लिए अधिकृत कर दिया जाता है। जबकि सीएडी कॉलोनी में कार्यालय एवं आवास के लिए जगह नहीं छोड़ी गई है।

उन्होंने कहा कि समस्त जल उपयोक्ता संगम के अध्यक्ष व अन्ता, पीपल्दा क्षेत्र के समस्त किसानों में आक्रोश का माहौल है रात-दिन हमारी नहरें हर वर्ष रबी फसल के लिए 5 माह चलती हैं।आवश्यकता अनुसार खरीफ फसल के लिए भी चलाई जाती रही है।

उन्होंने कहा कि पूर्व में सीएडी कार्यालय आवास के लिए 1.02 हेक्टेयर भूमि आवंटित करने एवं कार्यालय व आवासीय भवन बनाकर देने के लिए प्रमुख शासन सचिव जयपुर को लिखा गया था। लेकिन इनके द्वारा सीएडी विभाग को कहीं पर भी जगह आवंटित नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि उपखण्ड अधिकारी मांगरोल द्वारा बार-बार सहायक अभियंता सीएडी मांगरोल को पत्र लिखकर कार्यालय खाली करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उपखंड अधिकारी द्वारा सीएडी कार्यालय के लिए जो जगह आवंटित की गई है। जो पुराने क्षतिग्रस्त आवासीय भवन है। यह सीएडी कार्यालय चलाने के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है। ऐसे में क्रमोन्नत उप जिला चिकित्सालय के लिए कहीं ओर भूमि का आवंटन किया जाए।

प्रतिनिधिमंडल में कुलदीप सिंह गौड़, रघुवीर चौधरी, गिरिराज मालव, अर्जुन मीणा, घनश्याम मीणा, हरिश्चंद्र, नंदसिंह, धर्मराज, बृजमोहन मालव, सत्यनारायण, प्रेमशंकर मीणा समेत कई लोग थे।