शहर की छवि खराब करने वाले डॉक्टर के खिलाफ थाने में परिवाद पेश
कोटा। शहर की छवि को धूमिल करने के एक डॉक्टर के बयान को लेकर हॉस्टल व्यवसाइयों में भारी आक्रोष व्याप्त है। एक टीवी चैनल पर टॉक शॉ के दौरान डॉ. अखिल अग्रवाल ने समस्त कोटा के वाशिंदों, कोचिंग संचालकों, हॉस्टल, किराना एवं स्टेशनरी व्यवसायियों को लुटेरा बताया है।
उन्हें विद्यार्थियो का ATM भी बताते हुए शहर पुलिस एवं जिला प्रशासन को भी निकम्मा तक कहा है। उन्होंने शहर पुलिस पर शहर में गांजे की भी बिक्री एवं सेक्स स्केण्डल चलवाने का भी आरोप लगाया है। जो कोटा शहर की छवि के लिए अशोभनीय कृत्य है।
इसी मामले को लेकर आज कोटा डिस्ट्रिक्ट सेन्टर हॉस्टल एसोसियेशन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी, सचिव अनिल अग्रवाल, चम्बल हॉस्टल एसोसियेशन के अध्यक्ष भगवान बिरला, सचिव अशोक लड्डा, पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा, शुभम अग्रवाल, कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल, कोरल पार्क हॉस्टल एसोसियेशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक लोढ़ा, सचिव राजीव भैय्या सहित कई हॉस्टल व्यवसाईयों ने आज जवाहर नगर थाने में जाकर वहां के थाना अधिकारी के समक्ष परिवाद पेश किया है।
उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस तरह के गलत वक्तव्य देकर कोटा की छवि खराब करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। कोटा व्यापार महासंघ महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि कोटा निवासी डॉक्टर अखिल अग्रवाल द्वारा जिस तरह की भाषा का उपयोग किया गया है, वह पूरे शहर के लिए असहनीय है। कोटा के हर वर्ग ने अपनी कड़ी मेहनत से बेहतरीन परिणाम देकर कोटा की शैक्षणिक नगरी के रूप में अपनी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाई है। जिसके परिणाम जग जाहीर हैं।
इसके पीछे यहां के हर वर्ग का योगदान रहा है। लेकिन कई बार कई विषयों को लेकर कोटा की छवि को धूमिल करने के प्रयास किए गए। कई बार शहर के सभी वर्गों ने मिलकर संयुक्त रूप से मुकाबला कर षड्यंत्रकारियो के इरादों को नाकाम किया है। माहेश्वरी ने कहा कि निश्चित ही इस समय आत्महत्या एवं अन्य चुनौतियों हमारे सामने खड़ी हुई है, जिसके समाधान के लिए हम सब निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
असली चुनौती उन षड्यंत्रकारियो से है जो कोटा शहर की छवि को धूमिल कर यहां की अर्थव्यवस्था को चौपट करने में लगे हुए हैं। ऐसे गलत इरादों को किसी भी हालत में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। क्योंकि कोटा कोचिंग वर्तमान में कोटा में रोजगार एवं अर्थव्यवस्था की धुरी है, जिसको डैमेज करने के लिए कई अदृश्य शक्तियां कई वर्षों से प्रयास कर रही है।
हर अवसर की तलाश कर उसे पूरे देश में गलत ढंग से प्रचारित कर राष्ट्रीय स्तर पर कोटा की छवि को धूमिल करने की कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कोटा का कोई भी वर्ग किसी भी हालत में कोटा की छवि को खराब नहीं होने देगा, ना हीं किसी को करने देगा।