लोकसभा स्पीकर को सम्मानस्वरूप मंगोलियाई घोड़ा भेंट
कैंप उलानबटार। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला इस समय मंगोलिया की तीन दिवसीय यात्रा पर गए भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। इस यात्रा के क्रम में आज वह गैंडनटेगचेनलिंग मठ गए जहां डा. लामा और खंबा नोमुन खान ने उनका स्वागत किया।
मठ में गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभार व्यक्त करते हुए श्री बिरला ने कहा कि सदियों से भारत और मंगोलिया के बीच सभ्यतागत, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। इस बात का उल्लेख करते हुए कि बौद्ध धर्म की साझा विरासत ने दोनों देशों के बीच पारंपरिक संबंधों को मजबूत किया है, श्री बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि भगवान बुद्ध की ‘कर्मभूमि’ के रूप में भारत मंगोलिया में बौद्ध विरासत के संरक्षण के लिए पूर्ण रूप से सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस बात पर खुशी व्यक्त करते हुए कि इस मठ के कई मंगोलियाई भिक्षु भारत में डेपुंग गोमांग मठ के छात्र हैं, श्री बिरला ने कहा कि इससे भारत और मंगोलिया के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों का पता चलता है।
भारत और मंगोलिया के बीच बौद्ध धर्म और आध्यात्मिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए महामहिम खंबा नोमुन खान को वर्ष 2022 का ICCR बौद्ध पुरस्कार प्रदान करते हुए अध्यक्ष ने उन्हें बधाई दी और साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि भारत मंगोलिया में बौद्ध धर्म को बढ़ावा देने के लिए मठ की विभिन्न पहलों का समर्थन करना जारी रखेगा।
बाद में, श्री बिरला ने पेथुब मठ का दौरा किया जहाँ ग्रैंड एबॉट ने उनका स्वागत किया। श्री बिरला ने मठ में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए । गांधी जी की यह प्रतिमा भारत-मंगोलिया के बीच सुदृढ़ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक है। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि गांधी जी द्वारा दिया गया अहिंसा और सद्भाव का संदेश अभी भी पूरी दुनिया के लिए आशा की किरण है।
मंगोलिया की तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन पर , श्री बिरला ने मिनी नादाम उत्सव देखा । यह मंगोलिया का सबसे लोकप्रिय त्योहार है जिसमें घुड़दौड़, कुश्ती और तीरंदाजी के तीन पारंपरिक खेलों के साथ ही सदियों पुरानी मंगोलियाई परंपराओं, कलाओं, राष्ट्रीय व्यंजन, शिल्प कौशल और सांस्कृतिक गतिविधियों की झलक भी मिलती है।
इस मौके पर स्टेट ग्रेट खुराल (मंगोलिया की संसद) के स्पीकर, महामहिम जी. जंडनशतर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक घोड़ा उपहार (Mongolian horse gift) में दिया। श्री बिरला ने घोड़े को ‘विक्रान्त’ नाम दिया। श्री बिरला ने इस मित्रता के प्रतीक के लिए श्री जंडनशतर को धन्यवाद दिया।
इससे पहले श्री बिरला ने स्टेट ग्रेट खुराल (मंगोलिया की संसद) के स्पीकर, जंडनशतर के साथ दोनों संसदों के बीच सहयोग को और मजबूत करने और विस्तार करने के लिए के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।