लोक सभा अध्यक्ष ने फेसबुक पर साझा किया लाइट्स लगने के बाद लुक
कोटा। बूंदी का ऐतिहासिक किला जल्द ही रात के समय भी पर्यटकों और आमजन के लिए आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। किले पर जल्द ही फसाड लाइट्स लगाने का काम प्रारंभ होने वाला है। इसके लिए टेण्डर प्रक्रिया पूरी हो गई है। बूंदी के स्थापना दिवस के अवसर पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को अपने ट्विटर और फेसबुक पेज पर लाइट्स लगने के बाद के प्रस्तावित लुक की फोटो साझा कीं।
गौरवशाली विरासत और अद्भुत स्थापत्य कला संजोएं बूंदी के किले, बावड़ियों व अन्य ऐतिहासिक स्थलों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक देश-विदेश से आते हैं। दिन में इन पर्यटन स्थलों पर रौनक रहती है, लेकिन रात में जैसे यह अंधेरे में खो जाते हैं। फसाड लाइट्स के माध्यम से राज के समय इनकी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश पर कार्ययोजना तैयार की गई थी।
इसके पीछे उद्देश्य था कि रात के समय भी यह किले और ऐतिहासिक स्थल आकर्षण का केंद्र रहें। पर्यटकों के साथ आसपास के जिलों, नगरों, कस्बों और गांवों के लोग भी इन्हें देखने के लिए बूंदी आएं। विभिन्न एजेसिंयों और स्थानीय लोगों से चर्चा के बाद यहां फसाड लाइट्स लगाने की प्लानिंग की गई। अब इसको लगाने के टेंडर भी हो गए हैं। बहुत जल्द फसाड लाइट्स लगने का काम पूरा हो जाएगा।
बूंदी के किले पर फसाड लाइट्स लगाने काम गुणवत्ता के साथ हो इसके लिए स्पीकर बिरला के निर्देश पर विशेष ध्यान दिया गया है। लाइट्स लगाने की प्लानिंग का पूरा काम ऐसी कम्पनी को सौंपा गया जो अमृतसर में हरमंदिर साहिब (गोल्डन टैंपल), जयपुर में हवा महल, कृष्णजन्म भूमि मथुरा, ग्वालियर के किले सहित देश के अनेक प्रमुख स्थलों पर कार्य कर चुकी है।
केशवरायपाटन परिक्षेत्र का भी लुक आया सामने
स्पीकर बिरला के प्रयासों से केशवरायपाटन मंदिर परिक्षेत्र में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना के तहत 70 करोड़ रूपए के विकास कार्य होंगे। इस कार्यों की भी डीपीआर निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। स्पीकर बिरला ने शनिवार को केशवरायपाटन मंदिर परिक्षेत्र का संभावित लुक भी बूंदी के स्थापना दिवस पर शनिवार को ट्विटर और फेसबुक पर साझा किया।