शिक्षक ही छात्र को जीवन में समाजोपयोगी बनाता है

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विद्या भारती शिक्षा संस्थान का नवीन आचार्य व आधारभूत प्रशिक्षण वर्ग प्रारम्भ

कोटा। विद्या भारती शिक्षा संस्थान कोटा जिले का नवीन आचार्य व आधारभूत प्रशिक्षण वर्ग सोमवार को श्रीरामशांताय सभागार में प्रारंभ हुआ। सचिव सतीश कुमार गौतम ने बताया कि विद्या भारती कोटा से संबद्ध सभी विद्यालयों से चयनित 163 नवीन आचार्य आवासीय प्रशिक्षण वर्ग में आए हैं। जो 18 जून तक रहेगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्या भारती शिक्षा संस्थान प्रबंध समिति कोटा के अध्यक्ष महावीर प्रसाद गौतम थे। अध्यक्षता व्यवसायी राजेश पालीवाल ने की। मुख्य वक्ता जयदेव पाठक न्यास के मंत्री राधेश्याम शर्मा थे।

राधेश्याम शर्मा ने कहा कि आचार्य का अर्थ अपने आचरण से सीखना और अपने अनुभव से सिखाना है। मां की विशेषता है, वह अपने बच्चों को सब कुछ सिखा देती है। शिक्षक एक मूर्तिकार भी है, जो बच्चों को ज्ञान देकर समाज के लिए उपयोगी बनाता है।

राजेश पालीवाल ने बताया कि शिक्षक चरित्र का निर्माण करता है। जैसे शिक्षक होता है वैसा ही समाज होता है। शिक्षक सबके लिए एक समान होना चाहिए। आभार प्रधानाचार्य कृष्णमुरारी शर्मा ने जताया।